मुखपत्रसहकारिता

सहकारी बैंकों में वित्तीय अनियमितता पाये जाने पर निलम्बन से बर्खास्तगी की कार्यवाही होगी

सहकारिता मंत्री गौतम कुमार दक की सहकारिता विभाग व बैंक अफसरों को खरी-खरी

जयपुर, 5 जनवरी (मुखपत्र)। सहकारिता राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) गौतम कुमार दक ने कहा कि सहकारी बैंकों में वित्तीय अनियमितता पाये पर सीधे निलम्बन से बर्खास्तगी की कार्यवाही अमल में लाई जाएगी। उन्होंने कहा कि सहकारिता लोगों की सेवा से जुड़ी हुई है। ऐसे में किसी भी प्रकार की लापरवाही होने पर सख्त कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने कहा कि सभी अधिकारी एवं कर्मचारी नियमों के नुसार ही कार्य करें।

श्री दक सोमवार को राजस्थान राज्य सहकारी बैंक लिमिटेड (आरएससीबी/अपेक्स बैक) में राज्य के केन्द्रीय सहकारी बैंकों की समीक्षा बैठक में प्रबंध निदेशकों को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने अनियमित ऋण वितरण के सम्बंध में लम्बित जांचों को शीघ्र पूरा करने एवं सम्बंधित के खिलाफ कार्यवाही के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि गलत ऋण वितरण पर जिम्मेदारी तय की जाएगी। ऋण वितरण में आवेदक को सिबिल आवश्यक रूप से चेक किया जाए। उन्होंने जोर देकर कहा कि बैकिंग व्यवस्था को सुदृढ़ करने हेतु ठोस कदम उठाएं एवं आवश्यकता होने पर प्रशिक्षण की व्यवस्था करे। उन्होंने गोदाम निर्माण में अनियमितता की चर्चा करते हुए कहा कि इस पर व्यय होने वाली राशि एवं निर्माण का मैकेनिज्म तैयार किया जाए।

सहकारिता मंत्री ने कहा कि राजस्थान सहकारी सोसाइटी अधिनियम 2001 की धारा 55 की जांच एवं कार्रवाई को समय पर करें। उन्होंने कहा कि क्षेत्रानुसार आवश्यकता एवं विशेष उत्पादन के आधार पर ग्राम सेवा सहकारी समितियों के व्यवसाय में विविधता को गति देकर सहकार से समृद्धि के 54 नवाचार को लागू किया जाए ताकि लोगों को रोजगार के अवसर उपलब्ध हो सके। उन्होंने पैक्स कम्प्यूटराईजेशन की गति बढ़ाने एवं गो-लाइव में शीघ्रता लाने के निर्देश दिए। उन्होंने अधिक से अधिक नए लोगों को ब्याज मुक्त फसली ऋण देने के निर्देश दिए। साथ ही कहा कि सहकारी समितियों द्वारा किए जा रहे कार्यों की नियमित मॉनिटरिंग की जाए ताकि पारदर्शिता के साथ लोगों को वास्तविक लाभ मिल सके।

आरबीआई के मापदंडों की पालना करें – त्यागी

सहकारिता विभाग की शासन सचिव श्रीमती शुचि त्यागी ने ऋण वितरण एवं क्लेम की स्थिति के बारे में बैंक अधिकारियों से जानकारी ली। उन्होंने आरबीआई एवं नाबार्ड के मापदंडों की पालना के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जनऔषधि केन्द्रों का ग्राम सेवा सहकारी समितियों पर विस्तार किया जाए। उन्होंने कार्य निष्पादन रिपोर्ट की मॉनिटरिंग के निर्देश दिए। उन्होंने बैंकिंग कार्यों एवं पैक्स कम्प्यूटराइजेशन में आ रही समस्याओं एवं समाधान के बारे में विस्तार से चर्चा की एवं उचित निर्देश दिए।

रजिस्ट्रार ने अमानतों के बढोतरी के निर्देश दिये

बैठक में सहकारिता रजिस्ट्रार श्रीमती अर्चना सिंह ने बैंक अमानतों, सीएससी ट्रांजेक्शन बढ़ाने, पैक्स एज एमएससी एवं खेत पर आवास ऋण योजना पर उचित निर्देश दिए। अपेक्स बैंक के प्रबंध निदेशक भोमाराम ने बैठक में बिन्दुवार एजेंडा रखा। इस अवसर पर अतिरिक्त रजिस्ट्रार बैंकिंग श्रीमती गुंजन चौबे सहित सहकारिता विभाग एवं अपेक्स बैंक के अधिकारी उपस्थित थे।

इन बिन्दुओं पर हुई चर्चा

बैठक में 100 दिवसीय कार्ययोजना, अल्पकालीन फसली ऋण वितरण, आजीविका ऋण योजना, खेत पर आवास ऋण योजना, पैक्स द्वारा कॉमन सर्विस सेन्टर, कृषि निवेश एवं अकृषि निवेश मद में ऋण वितरण, केन्द्रीय सहकारी बैकों की अमानत सुधार, जनऔषधि केन्द्रों सहित अन्य बिन्दुओं पर विस्तार से चर्चा की।

 

 

 

error: Content is protected !!