जयपुर, 3 अगस्त। राजस्थान के सियासी संकट के बीच सीएम अशोक गहलोत ने सोमवार को केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत पर फिर हमला बोला है। गहलोत ने कहा कि केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) को शेखावत के परिसरों पर छापा मारना चाहिए क्योंकि क्रेडिट को-ऑपरेटिव सोसायटी के घोटाले में मंत्री का नाम सामने आया है।
गहलोत की यह टिप्पणी जयपुर की एक अदालत द्वारा 900 करोड़ के संजीवनी क्रेडिट कोऑपरेटिव सोसाइटी घोटाले में शेखावत की संलिप्तता का आरोप लगाते हुए एक शिकायत की जांच करने के निर्देश के बाद आई है। शेखावत का नाम घोटाले से जुड़ी शिकायत में उनकी पत्नी और अन्य लोगों के साथ लिया गया है। इससे पहले, मजिस्ट्रेट की अदालत ने शेखावत का नाम आरोप पत्र में शामिल करने के एक आवेदन को खारिज कर दिया था। इसके बाद आवेदकों ने अतिरिक्तजिला जज की अदालत का दरवाजा खटखटाया, जिन्होंने निर्देश जारी किया कि उनकी शिकायत की भी जांच की जानी चाहिए।
घोटाले में नेताओं को लोग स्वीकार नहीं करेंगे
इस मुद्दे को उठाते हुए सीएम गहलोत ने कहा कि लोग, एक नेता को स्वीकार नहीं करेंगे जो ‘एक घोटाले में शामिल है’। जैसलमेर से जयपुर पहुंचने के बाद पत्रकारों से बात करते हुए गहलोत ने कहा, “सीबीआई और ईडी की छापेमारी गजेंद्र शेखावत के ठिकानों पर होनी चाहिए।” राजस्थान के मुख्यमंत्री ने शेखावत को उनकी सरकार को गिराने की ‘साजिश’ में कथित भूमिका के लिए भी निशाना बनाया। गहलोत ने कहा कि जोधपुर के सांसद एक अति-महत्वाकांक्षी नेता हैं।
निर्वाचित सरकार को गिराने की कोशिश में बीजेपी
गहलोत ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि बीजेपी राज्य की चुनी हुई सरकार को गिराने के लिए बार-बार प्रयास कर रही है और वह भी कोरोनो वायरस महामारी के बीच। जनता यह सब देख रही है। जनता सब समझती हैं कि क्या चल रहा है। वे (बीजेपी) एक निर्वाचित सरकार को गिराने की कोशिश कर रहे हैं। उन्हें इसे रोकना चाहिए और राज्य सरकार को काम करने देना चाहिए।