चंडीगढ़, 18 मार्च। पंजाब के नवनियुक्त मुख्यमंत्री भगवंत मान की कैबिनेट का विस्तार 19 मार्च को सुबह 11 बजे चंडीगढ़ में होगा। इसके पश्चात दोपहर 12.30 बजे कैबिनेट की पहली बैठक होगी। पार्टी के कुछ नेताओं का कहना है कि मान उन विधायकों पर भरोसा करेंगे जो मुश्किल समय में पार्टी के साथ खड़े रहे। सूत्रों ने कहा कि मौजूदा विधायक जो फिर से विधायक चुने गए हैंए उनके चुने हुए मुख्यमंत्री मान के मंत्रिमंडल में शामिल होने की संभावना है।
पार्टी के सीनियर लीडर्स का कहना है कि पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान को अपनी टीम चुनने की पूरी आजादी दी गयी है। विधायक दल की बैठक में पार्टी की ओर से केंद्रीय पर्यवेक्षक के रूप में मौजूद राघव चड्ढा की ओर से भी ऐसे ही संकेत मिले हैं। हालांकि, कहा यह जाता है कि आप के बॉस अरविंद केजरीवाल की स्वीकृति के बिना, पार्टी में पत्ता भी नहीं हिलता।
लेकिन फिलहाल यही कहा जा रहा है कि, चूंकि अपने सहयोगी का चुनाव सीएम का विशेषाधिकार होता है और जिस प्रकार से पंजाब की जनता ने आप को एकतरफा जीत दिलाई है, उसे देखते हुए केजरीवाल अभी ऐसा कोई कदम नहीं उठाएंगे, जिससे लगे की शीर्ष नेतृत्व एक पूर्ण राज्य की पहली आप सरकार के गठन में अनावश्यक दखलांदाजी कर रहा है। चूंकि, आप को अपेक्षा से अधिक बहुमत मिला है और उसके 92 विधायक निर्वाचित हुए हैं। जबकि संवैधानिक प्रावधान के अनुसार, अधिकतम 17 या 18 विधायकों को ही मंत्री बनाया जा सकता है, ऐसे में 92 विधायकों में से 17-18 का चुनाव भी कोई कम सिरदर्द नहीं है। इसलिए हाईकमान यही चाहेगा कि अधिकतम में से न्यूनतम का चुनाव स्वयं भगवंत मान ही करें।
चीमा बन सकते हैं डिप्टी सीएम
इधर, यह माना जा रहा है कि मान भी उन विधायकों पर भरोसा जताएंगे जिन्होंने पार्टी के मुश्किल समय में उनका साथ दिया। सूत्रों का कहना है कि आप के जो विधायक दोबारा चुनकर आए हैं, उनको मंत्रीमंडल में शािमल किये जाने की सम्भावना अधिक है। इनमें हरपाल सिंह चीमा का नाम सबसे ऊपर है, जिन्हें उप-मुख्यमंत्री बनाया जा सकता है। अन्य सम्भावित चेहरों में कोटकपूरा विधायक कुलतार सिंह संधवा और बरनाला के विधायक अमन अरोड़ा का नाम प्रमुख है। ये दोनों दूसरी बार जीत कर आये हैं।