जयपुर, 27 जनवरी (मुखपत्र)। कृषि एवं उद्यानिकी विभाग के प्रमुख शासन सचिव दिनेश कुमार ने फलों के निर्यात को प्रोत्साहित करने के लिए किन्नू, संतरा, अनार और अमरूद उत्पादक किसानों का कृषि और प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण (एपीडा) में रजिस्ट्रेशन कराने के निर्देश दिए।
शुक्रवार को यहां शासन सचिवालय में किन्नू, संतरा, अनार और अमरूद के उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए आयोजित वीसी को सम्बोधित करते हुए दिनेश कुमार ने कहा कि जालौर, बाड़मेर, सिरोही और झालावाड़ से 50-50 काश्तकारों का रजिस्ट्रेशन एक महीने में किया जाए, जिससे एक साल में इन जिलों से दो-दो कंसाइनमेंट एक्सपोर्ट हो सके। उन्होंने इन किसानों को बायर-सेलर्स मीट में आमंत्रित करने को कहा ताकि यह अधिक उपज एवं कीमत ले सकें।
किन्नू, संतरा, अनार व अमरूद के निर्यात को बढ़ावा देने की जरूरत
एपीडा रीजनल हेड हरप्रीत सिंह ने कहा कि राजस्थान में किन्नू, संतरा, अनार एवं अमरूद के निर्यात को बढ़ावा दिया जाए, जिससे किसानों की आय में वृद्धि हो। इसके लिए निर्यातक देशों की कंडीशन के अनुसार फार्म और किसानों का रजिस्ट्रेशन किए जाए। रजिस्ट्रेशन में फसल बुवाई, फ्लोरिंग एवं कटाई के समय फसल की स्थिति का रिकॉर्ड रहता है, जिससे यह पता चल जाता है कि फसल निर्यात योग्य गुणवत्ता वाली है या नहीं।
688 करोड़ रुपये के अनार निर्यात में राजस्थान की हिस्सेदारी नगण्य
श्री सिंह ने बताया कि अनार का निर्यात पूरे देश में 688 करोड़ रुपये का है, जिसमें राजस्थान का हिस्सा लगभग नगण्य है। उन्होंने बताया कि फलों के उत्पादन को बढ़ावा देकर निर्यात द्वारा किसानों को अच्छा भाव दिलवाया जा सकेगा। इसके लिए उन्होंने जयपुर में एपीडा का स्थानीय ऑफिस खोलने की भी इच्छा जाहिर की। वीसी में श्रीगंगानगर, बाड़मेर, जालौर, सिरोही और सवाईमाधोपुर जिले के कृषि अधिकारी जुड़े।