जयपुर, 9 फरवरी (मुखपत्र)। राजस्थान में लम्बे इंतजार के बाद, राजनीतिक नियुक्तियां करने का सिलसिला बुधवार देर शाम को प्रारम्भ हो गया। राज्य के 10 विधायकों को आयोग, बोर्ड, निगम में अध्यक्ष बनाया गया है।
पहली सूची में विभिन्न 44 आयोग, बोर्ड एवं निगम में 59 राजनीतिक कार्यकर्ताओं की नियुक्ति की गयी है, जिनमें विधायक, पूर्व विधायक, प्रदेश कांग्रेस के पदाधिकारी आदि शामिल हैं। सरकार द्वारा बीस सूत्री कार्यक्रम, राजस्थान किसान आयोग, राज्य महिला आयोग, खादी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड, राजस्थान स्टेट सीड्स कॉर्पोरेशन, अनुसूचित जाति आयोग, अनुसूचित जनजाति आयोग, गौ सेवा आयोग, वक्फ बोर्ड, क्रीड़ा परिषद, राज्य पशुधन विकास बोर्ड, लघु उद्योग विकास निगम सहित 44 आयोग, बोर्ड एवं निगम में कांग्रेस विधायकों, नेताओं, कार्यकर्ताओं को अध्यक्ष नियुक्त किया गया है। किसी-किसी बोर्ड में उपाध्यक्ष की नियुक्ति भी की गयी है।
जिन प्रमुख कांग्रेस नेताओं को पहली सूची में स्थान मिला है, उनमें डॉ. चंद्रभान, रामेश्वर डूडी, महादेव सिंह खंडेला, धीरज गुर्जर, श्रीमती कृष्णा पूनिया, खिलाड़ी लाल बैरवा, धर्मेंद्र राठौड़, पूर्व केंद्रीय मंत्री जसवंत सिंह के पुत्र मानवेंद्र सिंह जसौल, के.सी. बिश्नोई, राजीव अरोड़ा, पवन गोदारा, जुबेर खान, रेहाना रियाज चिश्ती और मुमताज मसीह आदि शामिल हैं।
नगर विकास/सुधार न्यास के लिए इंतजार अभी बाकी
राजनीतिक नियुक्तियों की इस बहुप्रतीक्षित सूची में राज्य में किसी नगर विकास/सुधार न्यास में अध्यक्ष की नियुक्ति नहीं की गयी है। मंत्रीमंडल की भांति, इस सूची में भी श्रीगंगानगर जिले के किसी मूल कांग्रेसी को प्रतिनिधित्व नहीं मिल पाया है। सूरतगढ़ क्षेत्र के डूंगरराम गेदर, जो लम्बे समय तक बहुजन समाज पार्टी में सक्रिय रहे और बसपा के टिकट पर कई विधानसभा चुनाव लड़े, को कांग्रेस ज्वाइन करने के प्रतिफल के रूप में शिल्प एवं माटी कला बोर्ड का उपाध्यक्ष बनाया गया है।