सहकार नेता सूरजभान सिंह आमेरा ने सहकारी साख बैंकिंग व्यवस्था की मजबूती, किसानों की खुशहली के लिए मुख्यमंत्री को दिए बजट के लिए सुझाव
जयपुर, 25 जनवरी (मुखपत्र)। ऑल राजस्थान कोऑपरेटिव बैंक एम्प्लाइज यूनियन व ऑफिसर्स एसोसिएशन के महासचिव, सहकारी साख समितियां एम्प्लाइज यूनियन राजस्थान के अध्यक्ष सूरजभान सिंह आमेरा ने राज्य के सहकारी साख ढांचे के आर्थिक सुदृढ़ीकरण, सुशाशन व किसानों की आर्थिक खुशहाली के लिए राज्य के मुख्यमंत्री एवं वित्त मंत्री अशोक गहलोत को बजट में शामिल करने के लिए 11 सूत्रीय बजट सुझाव प्रेषित किये हैं।
सहकार नेता ने सहकारी बैंकों में किसानों के हित में सुशासन, जवाबदेह व पारदर्शी शासन व्यवस्था के लिए प्रबंध निदेशक के पद पर रिजर्व बैंक के तय मानकों फिट एंड प्रॉपर के तहत योग्य, साफ छवि के अधिकारियों को चयन करके लगाया जाए, न कि राजनीतिक डिजायर पर दागी अधिकारियों को लगाया जाए। सहकारी बैंकों में आर्थिक गबन, घोटालों व अनियमितता को आर्थिक अपराधों की सूची मे शामिल कर कार्यवाही के लिए प्रकरण एस.ओ.जी. को सौंपे जाएं।
रिक्त पदों पर भर्ती हो
सहकार नेता आमेरा ने मुख्यमंत्री से पैक्स से अपेक्स तक सीसीबी व भूमि विकास बैंकों में हजारों रिक्तपदों पर भर्ती कर रोजगार दिए जाने की मांग की है। कर्मचारियों के अभाव में सहकारी बैंकों व पैक्स के संचालन में भारी परेशानी व तनावपूर्ण हालत है। पारदर्शी व सुविधाजनक व्यवस्था के लिए पैक्स व सहकारी भूमि विकास बैंकों को भी पूर्ण कम्प्यूटरीकरण किये जाने की जरूरत है। भूमि विकास बैंकों के लिए आर्थिक पुनरुद्धार योजना बनाकर काम करने की जरूरत है। भूमि विकास बैंकों की ऋणों पर ब्याज दर अल्पकालीन ऋणों की तरह 7 प्रतिशत कर ब्याज अनुदान दिए जाने की जरूरत है।
पैक्स, लैम्पस को पीडीएस का काम मिले
आमेरा ने पैक्स व लेम्प्स को आर्थिक मजबूत बनाने के लिए उनके कारोबार में सार्वजनिक वितरण प्रणाली पीडीएस का काम दिए जाने, दुग्ध उत्पादक किसानों व समितियों को ऋण पुनर्वित्त के लिए कड़ीबन्धन करने की जरूरत बताई। कार्मिकों के लिए कैडर लागू कर नियोक्त निर्धारण की भी जरूरत बताई।
टू-टियर बैंकिंग ढांचा बनाया जाये
राज्य में एक बड़ा मजबूत सहकारी बैंक बनाने के लिए वर्तमान अल्पकालीन बैंकिंग ढांचे की त्रि-स्तरीय (अपेक्स, सीसीबी व पैक्स) व्यवस्था को द्वि-स्तरीय (अपेक्स व पैक्स) करने की मांग की है। इसमें सीसीबी को अपेक्स में मर्ज कर 465 शाखाओं के साथ राज्य का दूसरा सबसे बड़ा सहकारी बैंक होगा, जिससे किसानों को समुचित व सस्ता फसली ऋण मिलेगा।
सहकारी संस्थाओं के चुनाव करवाये जाएं
आमेरा ने राज्य में पैक्स से अपेक्स तक सभी सहकारी संस्थाओ के चुनाव करवाए जाने की भी मुख्यमंत्री से मांग की है। उन्होंने राज्य सरकार के सभी विभागों के खाते, योजनाओं के फंड्स, निवेश व सेलेरी खाते प्राथमिकता से सहकारी बैंकों में खुलवाने व रखने की जरूरत बताई ताकि किसानों को फसली ऋण के लिए समुचित धन व्यवस्था हो सके।
आमेरा ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से राज्य में सहकारिता से समृद्धि व किसानों की खुशहाली के लिए, राज्य की अर्थव्यवस्था में योगदान के लिए यूनियन के सभी सुझावों को बजट प्रस्तावों घोषणा में शामिल करने की जरूरत बताई है, क्योंकि मजबूत सहकारी बैंक मजबूत किसान का पर्याय है।