जयपुर, 7 दिसम्बर (मुखपत्र)। राजस्थान में भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के पुलिस महानिदेशक बीएल सोनी और अपर पुलिस महानिदेशक दिनेश एमएन के नेतृत्व में ऊर्जा से भरे अफसरों द्वारा भ्रष्टाचार पर प्रहार किये जाने का क्रम अनवरत जारी है। मंगलवार को एसीबी के अफसरों ने जब दो “सहायकों” – सूचना एवं तकनीकी विभाग की सूचना सहायक और डिस्काम्स के सहायक लेखाधिकारी के यहां रेड की तो उनकी अकूल सम्पत्ति देख अफसरों की आंखे चौंधिया गयी। सोना-चांदी के ढेर, आलीशान बंगले और लग्जरी गाडिय़ां देखकर अंदाजा हो गया कि इन दोनों अफसरों ने कितनी निर्दयता और निर्लज्ता के साथ अकूत सम्पत्ति जुटायी है।
लग्जरी सामान से लबरेज आलीशान बंगला
एसीबी के एडिशनल एसपी पुष्पेंद्र सिंह राठौड़ की अगुवाई में चली सर्च के दौरान एसीबी को जयपुर डिस्कॉम के सहायक लेखाधिकारी (एएओ) दीपक गुप्ता और सूचना एवं तकनीकी विभाग की सूचना सहायक श्रीमती प्रतिभा कमल के यहां से आलीशान बंगले, सोना-चांदी, बड़ी मात्रा में नगदी और अकूल सम्पत्ति सहित लग्जरी लाइफ से जुड़े कीमती सामान मिले हैं।
सोने की घडिय़ां, झूमर, लग्जरी होम थियेटर भी मिला
डीजी बीएल सोनी ने बताया कि वैशाली नगर के चित्रकूट में स्थित दीपक गुप्ता के आलीशान बंगले में एक किलो सोना, 32 किलो चांदी, थ्री-स्टार होटल में पार्टनरशिप, दो मंजिला लिफ्ट, पासपोर्ट (परिवार सहित यूएई विजिट), एक लग्जरी होम थियेटर, एक लाख रुपये कीमत का एक अफ्रीकन ग्रे तोता, चार-चार लाख रुपये के दो चाउ-चाउ चाइनिज डॅाग, 2 सोने की घड़ी, अन्य इंपोर्टेड घडिय़ां, मिनी जिम, बेशकीमती झूमर, होम अपलाईंसेज, सेंसर वाले पंखे/लाइट /दरवाजे, मंहगे कारपेट और 14 लाख रुपये नगद मिले हैं। घर में 13 एसी लगे हैं।
लाइट वाला फव्वारा, महंगे कारपेट और कई व्यापारिक फर्म और प्रॉपर्टी के कागजात मिले हैं। इनमें 17 भूखंड तो अकेले जयपुर में ही हैं। उसके आलीशान बंगले की कीमत का मूल्यांकन अभी किया जाना बाकी है।
दीपक और उसकी पत्नी के बैंक खातों में 2 करोड़ 15 लाख रुपए मिले हैं। अभी बैंक लॉकर खोले जाने बाकी है। दीपक गुप्ता साल 1995 अपने पिता की मृत्यु होने पर एलडीसी के पद पर बिजली विभाग में लगा था। विभागीय परीक्षा देने पर दीपक 2005 में जूनियर अकाउंटेंट बना। इसके बाद विभागीय प्रमोशन लेने पर दीपक सहायक लेखाधिकारी बना।
कमल का कमाल देख एसीबी हैरान
दूसरी कार्यवाही में एसीबी द्वारा जयपुर में सूचना एवं प्रौद्योगिकी विभाग की सूचना सहायक के विरुद्ध आय से अधिक सम्पत्ति के मामले में 2 ठिकानों पर छापे मारे गये, जहां से एसीबी को वैध आय से लगभग 1300 प्रतिशत अधिक परिसम्पत्तियों का खुलासा हुआ। ए.सी.बी. मुख्यालय के निर्देश पर एसीबी की इन्टेलिजेंस इकाई द्वारा विकसित सूत्र सूचना पर मंगलवार को ए.सी.बी. की विभिन्न टीमों द्वारा कार्यवाही करते हुये श्रीमती प्रतिभा कमल के जयपुर शहर में स्थिति दो ठिकानों पर तलाशी ली गयी। प्रतिभा योजना भवन में संचालित सूचना एवं तकनीकी विभाग में सूचना सहायक के पद पर कार्यरत हैं।
वैध आय से 1300 प्रतिशत अधिक सम्पत्तियों का खुलासा
डीजी बीएल सोनी के अनुसार, प्रतिभा कमल के विरूद्ध शिकायत का सत्यापन किया जाकर आय से अधिक परिसम्पत्तियां अर्जित करने का मामला बनना पाये जाने पर प्रकरण दर्ज कर अनुसंधान अधिकारी एडिशनल एसपी पुष्पेन्द्र सिंह राठौड़ के नेतृत्व में ब्यूरो की एस.यू.-द्वितीय एवं इन्टेलिजेंस यूनिट के सहयोग से विभिन्न टीमों का गठन किया जाकर मंगलवार अलसुबह उनके 2 विभिन्न ठिकानों पर तलाशी की कार्रवाई की गई है। एसीबी को प्रतिभा की लगभग 6 करोड़ 50 लाख रुपये की परिसम्मतियां के दस्तावेज मिले, जो उनकी वैध आय से 1300 प्रतिशत अधिक है। उसने अवैध आय को जयपुर में आवासीय/व्यावसायिक/भूखण्डों/फ्लैटों एवं म्यूचवल फण्ड, इन्श्योरेन्स आदि में निवेश करना ज्ञात हुआ है।
स्वर्ण आभूषण, लग्जरी कारें और दर्जनों लेपटॉप मिले
सोनी ने बताया कि आरोपी के जयपुर स्थित मकान से 22 लाख 90 हजार रुपये से अधिक की नगदी, 1.3 किलोग्राम सोने के आभूषण, 2 किलो चांदी, चार लग्जरी वाहन बीएमडब्ल्यू कार, बीएमडब्ल्यू मोटर साइकिल सहित काफी मात्रा में चल-अचल सम्पत्ति के दस्तावेज मिले। प्रतिभा व उसके परिजनों के नाम 11 बैंक खाते, 12 से अधिक बीमा पॉलिसियां, एक ऑफिस, एक फ्लैट, 7 दुकानों एवं 13 आवासीय/व्यावसायिक भूखण्डों के दस्तावेज भी बरामद हुये हैं। आरोपी के निजी ऑफिस से कई दर्जन मंहगे लेपटॉप एवं डेस्कटॉप भी मिले हैं। वह राज्य सरकार की अनुमति के बिना ही विदेश यात्रा करने के बाद से एसीबी की राडार पर थी। सूत्रों की मानें तो वह राज्य सरकार की अनुमति के बिना ही विदेश यात्रा करने के बाद से एसीबी के राडार पर थी।