नयी दिल्ली, 16 नवंबर। दिवालिया प्रक्रिया से गुजर रही रिलायंस कम्युनिकेशंस (आरकॉम) के चेयरमैन अनिल अंबानी और कम्पनी के चार अन्य निदेशकों और मुख्य वित्त अधिकारी मणिकंतन वी. ने इस्तीफा दे दिया है। कम्पनी की ओर से शनिवार को शेयर बाजारों को यह जानकारी दी गयी।
कंपनी के अनुसार, अंबानी के साथ ही छाया विरानी और मंजरी काकर ने 15 नवंबर को कंपनी के निदेशक पद से इस्तीफा दे दिया। जबकि रायना करानी ने 14 नवम्बर और सुरेश रंगाचर ने 13 नवंबर को इस्तीफा दिया।
सांविधिक बकाया पर उच्चतम न्यायालय के फैसले की वजह से कंपनी को अपनी देनदारियों के लिए 28,314 करोड़ रुपये का भारी-भरकम प्रावधान करना पड़ा है। इससे चालू वित्त वर्ष की जुलाई-सितंबर तिमाही में कंपनी को 30,142 करोड़ रुपये का एकीकृत घाटा हुआ है। यह आज तक किसी भारतीय कंपनी को हुआ दूसरा सबसे बड़ा घाटा है। कंपनी को बकाये को चुकाने के लिए अपनी संपत्तियों की बिक्री करनी पड़ रही है। आरकॉम की कुल देनदारियों में 23,327 करोड़ रुपये का लाइसेंस शुल्क और 4,987 करोड़ रुपये का स्पेक्ट्रम प्रयोग शुल्क शामिल है।
आरकॉम समूह का कुल संरक्षित कर्ज 33,000 करोड़ रुपये
सूत्रों का अनुमान है कि आरकॉम समूह का कुल संरक्षित कर्ज करीब 33,000 करोड़ रुपये है। ऋणदाताओं ने आरकॉम से 49,000 करोड़ रुपये का दावा किया है। आरकॉम ने अपनी संपत्तियों को बिक्री के लिए रखा हैं। इसमें 122 मेगाहट्र्ज स्पेक्ट्रम भी है जिसका मूल्य दिवाला प्रक्रिया शुरू होने से पहले करीब 14,000 करोड़ रुपये था। इसी तरह कंपनी के टावर कारोबार का मूल्य करीब 7,000 करोड़ रुपये, आप्टिकल फाइबर नेटवर्क का 3,000 करोड़ और डेटा केंद्रों का मूल्य करीब 4,000 करोड़ रुपये है।