चंडीगढ़, 24 फरवरी। पंजाबी सिंगर सरदूल सिकंदर का बुधवार को 60 साल की आयु में निधन हो गया। वे लम्बे समय से बीमार थे। हाल ही में कोरोना वायरन की चपेट में आ गये थे। कुछ समय पूर्व ही उनका किडनी ट्रांसप्लांट हुआ था। इसके बाद वे कोरोना से भी संक्रमित हो गए थे। सरदूल ने मोहाली के फोर्टिस हॉस्पिटल में आखिरी सांस ली। उनके निधन का समाचार सुनते ही चाहने वालों के बीच शोक की लहर दौड़ गयी। पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह, कॉमेडियन कपिल शर्मा, गायक दिलेर मेहंदी सहित अनेक कलाकारों ने सरदूल सिकंदर के निधन पर शोक व्यक्त किया है।
सरदूल सिकंदर ने अपने कैरियर में सैकड़ों पंजाबी गीतों व भजनों को अपनी सुरीली आवाज दी। उन्होंने कई फिल्मों में अभियन भी किया। उनके गानों का पहला एलबम वर्ष 1980 में आया था, जिसका नाम ‘रोडवेज दी लारी’ था। इसके बाद फिर वह कभी रुके नहीं। वर्ष 1991 में एलबम ‘हुस्ना दे मल्को’ ने काफी सुर्खियां बटोरी। पंजाबी फिल्म ‘जग्गा डाकू’ में सरदूल सिकंदर ने अपने अभियन से खूब वाहवाही बटोरी।
सरदूल सिंकदर के माता के भजनों के कई एलबम निकाले। सानू अजे होये ना दीदार, उनका कालजयी गीत है। सिकंदर के भजनों को माता के जगरातों व चौकियों में अकसर सुनने को मिलते हैं। नरेंद्र चंचल के बाद माता के भजनों में सरदूल का ही नाम आता है। चंचल का भी कुछ समय पूर्व ही निधन हो गया था।
नित्त खैर मंगा सोणया में तेरी
फतेहगढ़ साहिब के रहने वाले सरदूल की पत्नी अमन नूरी भी प्रसिद्ध गायिका हैं। उनके दो बेटे सारंग और अलाप हैं। दोनों गायकी के क्षेत्र में सक्रिय हैं। 30 जनवरी को ही गायक सरदूल सिकंदर ने अपनी शादी की 28वीं सालगिरह मनाई थी। इस मौके पर अमर नूरी ने अपने फेसबुक पेज पर कई तस्वीरें अपलोड की थीं। साथ में लिखा था, नित्त खैर मंगा सोहनेया मैं तेरी, दुआ ना कोई होर मंगदी…।