राज्य स्तरीय सम्मान समारोह में 415 पशुपालक सम्मानित
जयपुर, 22 मार्च (मुखपत्र)। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि पशुपालक राज्य के आर्थिक विकास की अहम कड़ी हैं। राज्य सरकार द्वारा पशुपालकों को प्रोत्साहन देने के लिए विभिन्न योजना संचालित की जा रही हैं। इसी का परिणाम है कि आज राजस्थान पूरे देश में सर्वाधिक दूध उत्पादन करने वाला राज्य बन गया है। पूरे देश के 15.05 प्रतिशत दूध का उत्पादन राजस्थान में हो रहा है। वे बुधवार को राज्य स्तरीय पशुपालक सम्मान समारोह को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार पशुपालकों को प्रतिवर्ष सम्मानित कर रही है। इस पहल से पशुपालन के क्षेत्र में सकारात्मक बदलाव आया है। राज्य में अधिकतर किसान पशुपालन का कार्य करते हैं और इसमें महिला शक्तिका महत्वपूर्ण योगदान रहता है। किसानों के लिए अलग से बजट पेश करने वाला राजस्थान पहला राज्य है। अब अन्य राज्य भी इस पहल का अनुकरण कर रहे हैं।
राज्य सरकार दे रही पशुपालन को प्रोत्साहन
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में पशुपालन को प्रोत्साहन दिया जा रहा है। एक हजार 189 ग्राम पंचायतों में नये पशु चिकित्सा उपकेन्द्र तथा 4 नये पशु चिकित्सालय खोले गए हैं। 2639 ग्राम पंचायतों में पशु चिकित्सा उपकेन्द्र खोलने की घोषणा की जा चुकी है। इससे पशुओं को स्थानीय स्तर पर ही उपचार सुनिश्चित हो रहा है। राज्य सरकार द्वारा पशुपालकों को आर्थिक सम्बल देने के लिए दूध पर प्रति लीटर 5 रुपए का अनुदान दिया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि इस वर्ष के बजट में पशुपालकों के हितों को ध्यान में रखते हुए लम्पी रोग से दुधारू पशु की मृत्यु पर पशुपालक को प्रति गाय 40 हजार रुपये की सहायता राशि देने का प्रावधान किया गया है। पशुपालकों के 2 दुधारू पशुओं का 40-40 हजार रुपये का बीमा किया जाएगा, जिससे दुधारू पशुओं की असामयिक मृत्यु होने पर पशुपालकों को आर्थिक सम्बल मिल सकेगा।
गौशालाओं को 9 महीने अनुदान देने वाला राजस्थान एकमात्र राज्य
श्री गहलोत ने कहा कि गौशालाओं को 9 महीने अनुदान देने वाला राजस्थान एकमात्र राज्य है। अब तक 2313 करोड़ रुपये का अनुदान गौशालाओं को दिया जा चुका है। राज्य सरकार द्वारा नंदीशालाओं तथा गौशालाओं में अपाहिज गौवंश को 12 महीने अनुदान दिए जाने का प्रावधान किया गया है। गौशाला खोलने के लिए राज्य सरकार द्वारा 1 करोड़ रुपये तक का अनुदान दिया जा रहा है।
आवासीय प्रशिक्षणार्थी भवन का लोकार्पण
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने राज्य पशुधन प्रबन्धन प्रशिक्षण संस्थान में आवासीय प्रशिक्षणार्थी आवास भवन का लोकार्पण किया। नवनिर्मित प्रशिक्षणार्थी आवासीय भवन में 27 वातानुकूलित कमरे, 2 सुईट, डाइनिंग हॉल, बैडमिंटन कोर्ट, बैठक कक्ष और वाईफाई सुविधा उपलब्ध हैं। इससे 60 प्रशिक्षणार्थियों को उच्च स्तरीय आवासीय सुविधा उपलब्ध होंगी। भवन का निर्माण कृषि विपणन बोर्ड द्वारा 6.11 करोड़ रुपये की लागत से किया गया है। संस्थान द्वारा अब तक 25 हजार प्रशिक्षणार्थियों को पशुधन प्रबंधन एवं प्रशिक्षण दिया जा चुका है।
डेयरी संयंत्र मालपुरा का वीसी के माध्यम से किया लोकार्पण
इस दौरान मुख्यमंत्री ने 12 करोड़ रुपये की लागत से बने टोंक दुग्ध उत्पादक संघ के नए डेयरी संयंत्र मालपुरा का वीसी के माध्यम से लोकार्पण किया। यह संयंत्र शुरू होने से टोंक जिले के 20 से 25 हजार अतिरिक्त पशुपालकों को लाभ मिलेगा। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने पशुपालन सम्मान योजना की निर्देशिका का विमोचन किया।
415 प्रगतिशील पशुपालक सम्मानित
इस दौरान मुख्यमंत्री ने पशुपालक सम्मान समारोह योजना के तहत पशुपालन में नवाचार कर पशुधन उत्पादन के क्षेत्र में नये आयाम स्थापित करने वाले पशुपालकों को सम्मानित किया। इसमें राज्य स्तर पर सम्मानित सुरेन्द्र अवाना एवं प्रेम सिंह राव को 50-50 हजार रुपये, जिला स्तर पर सम्मानित होने वाली 7 महिला पशुपालकों सहित 68 पशुपालकों को 25-25 हजार रुपये और पंचायत समिति स्तर पर सम्मानित होने वाली 18 महिला पशुपालकों सहित 345 पशुपालकों को 10-10 हजार प्रोत्साहन स्वरूप दिए गए। इस प्रकार राज्य के 415 प्रगतिशील पशुपालकों को कुल 52.50 लाख रुपये की राशि पुरस्कार स्वरूप दी गई।
पशुपालन के क्षेत्र में नये आयाम स्थापित – कटारिया
पशुपालन मंत्री लालचंद कटारिया ने कहा कि चार साल में पशुपालन के क्षेत्र में नए आयाम स्थापित हुए हैं। फसल बीमा योजना के तहत 18.5 हजार करोड़ रुपये का फसल बीमा वितरित कर राजस्थान पूरे देश में पहले स्थान पर है। ऊंट संरक्षण के लिए ऊंट पालकों को 5 हजार रुपए की सहायता राशि दी जा रही है।
गौ सेवा आयोग अध्यक्ष मेवाराम जैन ने कहा कि लम्पी रोग में राज्य सरकार द्वारा शानदार प्रबंधन किया गया। समारोह में पशुपालन विभाग के शासन सचिव कृष्ण कुणाल, राजस्थान सहकारिता डेयरी फेडरेशन लिमिटेड की प्रबंध निदेशक श्रीमती सुषमा अरोड़ा, पशुपालन निदेशक डॉ. भवानी सिंह राठौड़ सहित वरिष्ठ अधिकारी एवं पशुपालक उपस्थित रहे।