माइक्रो इरिगेशन से होगी मक्का की खेती
चंडीगढ़, 9 जून (एजेंसी )| स्थायी जल प्रबंधन के मकसद से पंजाब सरकार ने रविवार को घोषणा की कि वह इस मौसम में 1,000 एकड़ जमीन पर मक्का की सूक्ष्म सिंचाई को बढ़ावा देगी।
तंदरुस्त पंजाब मिशन के निदेशक के.एस.पन्नू ने कहा कि 2019 के लिए सरकार ने 1.5 लाख हेक्टेयर सिंचाई का लक्ष्य रखा है। इसमें से 1,000 एकड़ में मक्के की फसल की सूक्ष्म सिंचाई की जाएगी। इसमें से 900 एकड़ में सतह आधारित ड्रिप प्रणाली होगी, जबकि बाकी में उप-सतह आधारित ड्रिप प्रणाली होगी। चार सूक्ष्म-सिंचाई कंपनियां प्रत्येक 10 एकड़ में मक्का के लिए ड्रिप सिंचाई परियोजनाएं शुरू करेंगी।
मृदा के प्रधान मुख्य संरक्षक धर्मेद्र कुमार ने कहा कि ड्रिप सिंचाई से जल को संरक्षित करने व पैदावार बढ़ाने में मदद मिलेगी। इसे विभाग बड़े स्तर पर लांच करने के लिए तैयार है। पंजाब कृषि विश्वविद्यालय के जानकारों ने कहा कि उन्होंने मक्का-गेहूं-मूंग चक्र के दौरान उप-सतह ड्रिप सिंचाई का प्रयोग किया है और इसे बड़े स्तर पर बढ़ावा दिया जाना चाहिए। कंपनियों ने सूक्ष्म सिंचाई पर वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) को 12 फीसदी से कम कर शून्य करने की मांग की।
पहले लगाया था पायलट प्रोजेक्ट
इससे पहले मृदा संरक्षण विभाग द्वारा कपास के लिए एक पायलट सूक्ष्म सिंचाई परियोजना को संचालित किया गया। इसके तहत 200 एकड़ कपास की फसल को ड्रिप सिंचाई प्रणाली के तहत लाया गया।