जयपुर, 22 सितम्बर (मुखपत्र)। सहकारी साख समितियां एम्प्लाइज यूनियन राजस्थान ने सहकारिता मंत्री को पत्र लिखकर राजस्थान की पैक्स व लैम्पस में सेवारत कार्मिक के सामान्य व कोरोना महामारी संक्रमण से असामयिक निधन पर आश्रित को अनुकम्पा नियुक्ति देने की मांग की है।
यूनियन के प्रदेशाध्यक्ष सूरजभान सिंह आमेरा की ओर से प्रेषित पत्रानुसार, वर्तमान में सहकारी पैक्स/लैम्पस में कार्यरत व्यवस्थापक, सहायक व्यवस्थापक व सहायक कर्मी के सेवारत रहते हुए निधन पर आश्रित को पैक्स व अन्य सहकारी संस्थाओं में अनुकम्पा नियुक्ति दिये जाने का सहकारिता विभाग द्वारा कोई नियम व प्रावधान नहीं किया गया है। जबकि सभी सरकारी विभागों, सहकारी संस्थाओं, सहकारी बैंकों, निगमों एवं स्वायत्तशासी संस्थाओं में मृतक कर्मचारी के अश्रित को अनुकम्पा नियुक्तिदिये जाने का स्पष्ट नियम एवं प्रावधान है। ऐसे में सहकारी अधिनियम के तहत पंजीकृत पैक्स और लैम्पस कार्मिक के परिवार को अनुकम्पा नियुक्तिसे वंचित किया जाना सरासर अन्यायपूर्ण, अनुचित एवं असंवैधानिक है।
लॉकडाउन में पैक्स कार्मिकों ने किया सराहनीय कार्य
आमेरा के अनुसार, लॉकडाउन के दौरान भी सहकारी पैक्स एवं सहकारी बैंकों ने निर्बाध रूप से अपनी सेवाएं दी हैं। यहां तक कि अपनी जान जोखिम में डालकर कंटेनमेंट जोन में आवश्यक खाद्य सामग्री का घर-घर वितरण करने सहित कृषि उपज की खरीद करना, निजी गौण मण्डी का कार्य भी किया है। कोरोना वायरस संक्रमण के बावजूद राज्य सरकार की मंशा के अनुरूप बायोमैट्रिक सिस्टम से खरीब व रबी सीजन में फसली ऋण वितरण व वसूली का कार्य भी किया है।
कोरोना वायरस संक्रमण 4 पैक्स कार्मिक गंवा चुके हैं अपनी जान
आमेरा ने बताया कि हाल ही में कोरोना वायरस संक्रमण के दौरान चार पैक्स कार्मिक अपनी जान गंवा चुके हैं और दर्जनों कर्मचारी व उनके परिजन कोरोना से संक्रमित होने के कारण उपचार करवा रहे हैं। उन्होंने कहा कि मुखिया के असामयिक देहांत के पश्चात परिवार को कठिन विषय परिस्थितियों का सामना करना पड़ता है। ऐसे में मृतक कार्मिक के किसी परिजन को अनुकम्पा नियुक्ति दिया जाना सर्वथा उचित कदम होगा।
आमेरा ने मंत्री से अपील है कि अन्य राज्य कर्मियों, संस्थाओं एवं सहकारी संस्थाओं के समान सहकारी पैक्स कार्मिक के निधन पर उसके आश्रित को अनुकम्पा नियुक्ति दिये जाने की नीति, नियम निर्धारित कर सहकारी साख आंदोलन की नींव पैक्स के कार्मिकों व उनके परिवारों को सुरक्षा, संरक्षण एवं सुखी जीवन का आधार प्रदान करने का मार्ग प्रशस्त करें।