विद्युत मंत्रालय ने बिजली ग्रिड के रखरखाव और विश्वसनीयता सुनिश्चित करने के लिए परामर्शी जारी की
नई दिल्ली, 27 मार्च। विद्युत मंत्रालय ने राज्यों, सीईए, सभी आरपीसी, सीपीएसयू, एनएलडीसी, आरएलडीसी को 28 से 30 मार्च तक बिजली क्षेत्र से सम्बंधित कर्मचारियों के राष्ट्रीय श्रमिक सम्मेलन द्वारा बुलाई गई हड़ताल के दौरान बिजली ग्रिड के रखरखाव और विश्वसनीयता सुनिश्चित करने के लिए परामर्शी जारी की।
मंत्रालय ने सुझाव दिया कि सभी पावर यूटिलिटी को बिजली ग्रिड के चौबीसों घंटे सामान्य कामकाज और सभी संयंत्रों, पारेषण लाइनों और सबस्टेशनों की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक उपाय करने चाहिए। सुरक्षित और विश्वसनीय ग्रिड संचालन के लिए 28 मार्च से 29 मार्च के दौरान नियोजित शटडाउन गतिविधि को पुनर्निधारित किया जा सकता है।
मंत्रालय की ओ से संबंधित पक्षों को सलाह दी गई है कि वे अपने क्षेत्रीय नेटवर्क/ नियंत्रण क्षेत्र की करीबी निगरानी सुनिश्चित करें और किसी भी आकस्मिकता की स्थिति में संबंधित एसएलडीसी/आरएलडीसी और एनएलडीसी को रिपोर्ट करें।
मंत्रालय द्वारा जारी महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश
– किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए 24X7 सभी महत्वपूर्ण सब-स्टेशनों/ पावर स्टेशन पर अतिरिक्त श्रमबल को तैनात किया जा सकता है।
– पहचान किए गए सब-स्टेशनों/ पावर स्टेशनों और उनके संबंधित एसएलडीसी/ आरएलडीसी के बीच डेटा और वॉयस कम्युनिकेशन का सुचारूपन सुनिश्चित किया जाए।
– अस्पताल, रक्षा, रेलवे आदि अनिवार्य सेवाओं को बिजली की आपूर्ति सुनिश्चित की जानी चाहिए।
– सभी क्षेत्रीय/राज्य नियंत्रण कक्ष के अधिकारियों को सतर्क और हाई अलर्ट पर रहना चाहिए।
– सभी रक्षा तंत्र जैसे फ्रीक्वेंसी रिले आधारित लोड शेडिंग (यूएफएलएस), एसपीएस आदि के तहत डीएफ/डीटी कार्यरत बने रहेंगे।
– सूचना के प्रसार और किसी भी प्रकार की आकस्मिकता से निपटने के लिए 24&7 नियंत्रण कक्ष को क्रियाशील बनाया जा सकता है।