श्रीगंगानगर, 29 सितम्बर (मुखपत्र)। कृषि विभाग द्वारा श्रीगंगानगर जिले के किसानों को रबी सीजन में कम पानी वाली फसलों की बुवाई करने की सलाह दी है। जिला कलक्टर जाकिर हुसैन ने कृषि अधिकारियों को निर्देशित किया है कि वे किसानों को कम पानी वाली फसल (चना, सरसों आदि) की जानकारी दें और उन्हें कम पानी वाली फसलें उगाने के लिये प्रेरित करें।
कृषि विभाग के उपनिदेशक जी.आर मटोरिया ने बताया कि इस वर्ष मानसून की बरसात केचमेन्ट क्षेत्र में कम होने के कारण बांधों में पानी की आवक कम रहने की स्थिति को देखते हुए गत वर्षों की तुलना में रबी 2021-22 सीजन में इन्दिरा गांधी नहर परियोजना, भाखड़ा व गंग कैनाल में सिंचाई हेतु पानी कम मिलने की सम्भावना है।
4 समूह में से एक समूह में मिलेगा पानी
इन्दिरा गांधी नहर परियोजना क्षेत्र में 21 सितम्बर 2021 को जल वितरण एवं उपयोग हेतु गठित परामर्श दात्री समिति की बैठक में निर्धारित रेगुलेशन के अनुसार 4 में से 1 समूह में पानी सिंचाई हेतु उपलब्ध करवाने का निर्णय हुआ है। इसी प्रकार गंग कैनाल व भाखड़ा क्षेत्र में भी सिंचाई पानी की उपलब्धता कम रहेगीं। इसको मध्यनजर रखते हुए कृषि विभाग द्वारा क्षेत्र के किसानों को सलाह दी गयी है कि रबी 2021-22 में कम पानी चाहने वाली फसलों, जैसे – सरसों व चना की ही बुवाई को ही प्राथमिकता दें। सरसों व चना की फसल 2-3 सिंचाई में ही पक कर तैयार हो जाती है।
अक्टूबर-नवम्बर में होती है सरसों, चना की बुवाई
सामान्यत: सरसों की बुवाई का उपयुक्तसमय अक्टूबर माह है व देरी से बुवाई करने वाली किस्मों की बुवाई 10 नवम्बर तक भी की जा सकती हैं। इसी प्रकार चने की फसल की बुवाई भी 20 अक्टूबर से 20 नवम्बर तक की जा सकती है। कृषि विभाग ने किसानों से कहा है कि माह नवम्बर व दिसम्बर में गेंहू व जौ फसल की बुवाई सिंचाई जल की उपलब्धता अनुसार अथवा ट्यूबवेल से सिंचाई की अतिरिक्त सुविधा होने पर ही करें।