मेले के माध्यम से राजधानी में सहकारिता ने दमदाम उपस्थिति दर्ज करायी – रजिस्ट्रार
जयपुर, 9 मई (मुखपत्र)। सहकारिता विभाग और राजस्थान राज्य सहकारी उपभोक्ता संघ लि. (कॉनफैड) की ओर से जवाहर कला केंद्र में आयोजित राष्ट्रीय सहकार मसाला मेला-2022 में जयपुरवासियों ने जमकर खरीदारी की। सोमवार को समाप्त हुए इस दस दिवसीय मसाला मेला-2022 में 1.40 करोड़ रुपए की रेकार्ड बिक्री हुई।
समापन समारोह को सम्बोधित करते हुए सहकारी समितियों के रजिस्ट्रार और कॉनफैड के प्रशासक मुक्तानंद अग्रवाल ने कहा कि यह मेला सहकारी समितियों के व्यवसाय में वृद्धि करने के अच्छे प्रयास का एक बेहतर प्लेटफार्म प्रदान करता है। उन्होंने कहा कि मसाला मेला के माध्यम से सहकारिता ने जयपुर में अपनी मजबूत उपस्थिति दर्ज करायी है। उन्होंने मेले के सफल आयोजन के लिए मेला कमेटी के अध्यक्ष विजय कुमार शर्मा, कॉनफैड के एमडी वी.के. वर्मा और उनकी पूरी टीम को तहेदिल से बधाई दी।
रजिस्ट्रार ने कहा कि आमजन को कॉनफैड के माध्यम से पहली बार 15 जैविक उत्पाद उपलब्ध कराने की शुरूआत की गई है। उन्होंने कहा कि सहकार मसाला मेले का वास्तविक लाभ किसानों और आम उपभोक्ताओं तक पहुंचाने के लिए सहकारी संस्थाओं के विशेष उत्पाद सहकारिता के भण्डारों पर उपलब्ध कराने के प्रयास किए जाएंगे।
164 प्रकार के मसाले व अन्य उत्पादों की बिक्री
कॉनफैड के प्रबंध निदेशक वी.के. वर्मा ने स्वागत भाषण में बताया कि इस बार राष्ट्रीय सहकार मसाला मेला में केरल, तमिलनाडु और पंजाब के अलावा 5 राज्य स्तरीय 5 संस्थां, 15 जिला सहकारी होलसेल भंडार, 8 क्रय विक्रय सहकारी समिति, एक ग्राम सेवा सहकारी समिति तथा 27 अन्य प्राइमरी सोसाइटी, कुल 68 संस्थाओं ने भाग लिया।
मेले में 10 प्रकार के साबुत गरम मसाले, 13 परम्परागत मसाले, 27 प्रकार के इंस्टेंट मसाले, 5 प्रकार के परम्परागत साबुत मसाले, 16 प्रकार के अचार, 26 प्रकार के शर्बत, 5 प्रकार की ठण्डाई, 5 प्रकार के मुरब्बे, 7 प्रकार की सूखी सब्जियां, ड्राईफ्रूट, डेयरी उत्पाद, खाद्यान्न एवं अनाज, तेल एवं अन्य खाने की सामग्री सहित 164 प्रकार के उत्पाद बिक्री के लिए उपलब्ध कराए गए। उन्होंने बताया कि करीब एक लाख लोगों ने मसाला मेला की विजिट की और इसमें कुल एक करोड़ 40 लाख रुपए से अधिक की बिक्री हुई।
इन सहकारी संस्थाओं को किया पुरस्कृत
रजिस्ट्रार मुक्तानंद अग्रवाल, सीनियर एडिशनल रजिस्ट्रार और मेला कमेटी के अध्यक्ष विजय कुमार शर्मा, सीनियर एडिशनल रजिस्ट्रार दुर्गालाल बलाई और कॉनफैड के प्रबंध निदेशक वी.के. वर्मा ने समापन समारोह में श्रेष्ठ स्टॉलों को प्रशस्ति पत्र और स्मृति चिह्न देकर सम्मानित किया।
सर्वाधिक बिक्री के लिए अन्य प्रदेशों की श्रेणी में केरल स्टेट कोऑपरेटिव मार्केटिंग फैडरेशन, शीर्ष संस्थाओं में कॉनफैड, जिला भण्डारों में कोटा सहकारी उपभोक्ता होलसेल भण्डार व क्रय विक्रय सहकारी समितियों की श्रेणी में भीनमाल केवीएसएस को प्रथम पुरस्कार प्रदान किया।
कारोबार श्रेणी में कॉनफैड का जलवा
मेले में कारोबार एवं डिसप्ले की दृष्टि से समितियों को पुरस्कृत किया गया है। बिक्री के आधार पर शीर्ष संस्थाओं में प्रथम कॉनफैड, द्वितीय स्थान तिलम संघ व तृतीय स्थान पर जयपुर डेयरी रहा। मार्केटिंग सोसाइटी में भीनमाल केवीएसएस प्रथम, मथानिया केवीएसएस द्वितीय एवं आबूरोड केवीएसएस तृतीय स्थान पर रही। सहकारी उपभोक्ता भण्डारों की श्रेणी में कोटा, उदयपुर व जोधपुर क्रमश: पहले, दूसरे और तीसरे स्थान पर रहे। मेले में उपस्थिति दर्ज कराने वाली एक मात्र पलसाना ग्राम सेवा सहकारी समिति को भी पुरस्कृत किया गया।
सर्वश्रेष्ठ डिसप्ले श्रेणी में उदयपुर थोक भंडार ने बाजी मारी
सर्वश्रेष्ठ डिसप्ले के लिए राष्ट्रीय स्तर की संस्थाओं में कृभको, इफको तथा शीर्ष सहकारी संस्थाओं में राजफैड, कॉनफैड, तिलम संघ, जयपुर डेयरी एवं अपैक्स बैंक को सम्मानित किया गया। राज्य विशेष के विशिष्ट उत्पादों एवं मसालों की बिक्री एवं प्रदर्शन हेतु मार्केटफैड केरल, इरोड तमिलनाडु, टैनफैड तमिलनाडु और पंजाब की सहकारी संस्थाओं को सम्मानित किया गया। जिला उपभोक्ता भण्डारों की श्रेणी में उदयपुर, श्रीगंगानगर व कोटा क्रमश: पहले, दूसरे और तीसरे स्थान पर रहे। केवीएसएस की श्रेणी में नागौर, आबूरोड एवं जोधपुर क्रमश: पहले, दूसरे और तीसरे स्थान पर रहे।
मेले के सफल आयोजन के लिए कॉनफैड के पूरे स्टाफ एवं इसमें अपनी जिम्मेदारी को पूरी शिद्दत के साथ निर्वहन करने वाले सहकारी अधिकारियों, कर्मचारियों को रजिस्ट्रार ने प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया।