नई दिल्ली, 4 फरवरी। केंद्रीय सहकारिता मंत्री अमित शाह ने कहा कि देश में भण्डारण व्यवस्था को युक्तिसंगत बनाने और ट्रांसपोटेशन को कम करने के लिए बड़ा कदम उठाया जा रहा है। इसके तहत कृषि उपज को उत्पादन वाली जगह से सम्बंधित क्षेत्र में स्टोर किया जायेगा और वहीं से गांवों में भेजा जाएगा, इसके लिए दो हजार से पांच हजार मीट्रिक टन क्षमता के गोदाम बनाए जाएंगे।
शनिवार को झारखंड राज्य के देवघर में इफको नैनो यूरिया के पांचवें संयंत्र के भूमिपूजन कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए अमित शाह ने बात कही। उन्होंने कहा कि देश में वर्षों से ऐसी भंडारण प्रक्रिया चल रही है, जो हमारे देश के अनुकूल नहीं हैं। किसान की उपज को पहले गांव से गोदाम में लाया जाता है और फिर उसे वापस वितरण के लिए गांव ले जाया जाता है। सरकार गरीब को जितना लाभ देना चाहती है, उसका 50 प्रतिशत आवागमन में खर्च हो जाता है।
उन्होंने कहा कि सरकार ने निर्णय लिया है कि अब हर तहसील में दो से पांच हजार टन भंडारण क्षमता वाले आधुनिक गोदाम बनाए जाएंगे, जिससे किसान का उत्पाद तहसील सेंटर पर ही स्टोर होगा और वहीं से मध्याह्न भोजन और गरीबों को मुफ्त अनाज के रूप में उसी तहसील में वितरित किया जाएगा, जिससे अनाज के परिवहन खर्च में लगभग 80 प्रतिशत की कमी आएगी।