9 माह से 15 साल तक के 5.11 लाख नौनिहालों को लगेगा इंजेक्शन
हनुमानगढ़ (मुखपत्र) । जिले में बच्चों को रुबेला और खसरा रोग से बचाने के लिए कल 22 जुलाई से मीजल्स-रूबेला टीकाकरण अभियान का शुभारम्भ किया जाएगा। इसके अंतर्गत बच्चों को खसरा-रुबेला (एमआर) के नि:शुल्क टीके लगाए जाएंगे।
सीएमएचओ डॉ. अरुण कुमार ने बताया कि टाउन स्थित व्यापार मण्डल गल्र्स सीनियर सैकण्डरी स्कूल में जिला स्तरीय कार्यक्रम का शुभारम्भ प्रात: 10 बजे किया जाएगा। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि हनुमानगढ़ विधायक चौ. विनोद कुमार व कार्यक्रम अध्यक्ष जिला कलक्टर जाकिर हुसैन होंगे। इसके अलावा विशिष्ट अतिथियों में जिला प्रमुख कृष्ण चोटिया, नगर परिषद् सभापति राजकुमार हिसारिया व जिला परिषद् सीईओ परशुराम धानका भी कार्यक्रम में सम्मिलित होंगे।
उन्होंने बताया कि अभियान के तहत यह टीका 9 माह से 15 साल तक की उम्र के सभी बच्चों को सभी स्कूलों में लगाया जाएगा। उसके बाद आउटरीच सैशन व मोबाइल सत्रों द्वारा टीकाकरण किया जाएगा। टीका उन बच्चों को भी लगाया जाएगा, जिन्हें पहले भी एमआर का टीका लगाया जा चुका है। चिकित्सा विभाग की 542 टीमों द्वारा शिक्षण संस्थाओं व अन्य स्थानों पर जाकर बच्चों को टीकाकृत किया जाएगा।
डॉ. अरुण कुमार ने बताया कि हनुमानगढ़ जिले में कुल 5 लाख 11 हजार 191 बच्चों को मिजल्स रूबेला का टीका लगाया जाएगा। इनमें जिले के 6388 सरकारी, निजी विद्यालयों व मदरसों में पढऩे वाले 3 लाख 46 हजार 837 बच्चों को टीके लगाए जाएंगे। उन्होंने बताया कि अभियान को लेकर जिले में प्रिंट, इलेक्ट्रानिक एवं सोशल मीडिया माध्यम से प्रचार-प्रचार किया जा रहा है।
धार्मिक-सामाजिक संगठनों का सहयोग
जिले के अनेक धार्मिक व सामाजिक संगठनों के साथ-साथ बैंक व अनेक गणमान्य नागरिकगण भी इस पुनीत अभियान के प्रचार में पूरा सहयोग कर रही है। इस अभियान को लेकर ब्लॉक स्तर पर माइक्रो प्लानिंग को लगभग अंतिम रूप दिया जा चुका है। अभियान के लिए सभी आवश्यक तैयारियां पूर्ण कर ली गई हैं। साथ ही चिकित्साकर्मी लगातार विद्यालयों में जाकर अभियान के विषय विद्यालय प्रशासन को आवश्यक दिशा-निर्देश दे दिए गए हैं। खसरा-रूबेला टीकाकरण अभियान के अंतर्गत स्कूलों, गांवों और शहरी क्षेत्रों में आउटरीच सत्रों और मोबाइल टीमों द्वारा स्कूल ना जाने वाले बच्चों और छूटे हुए बच्चों का टीकाकरण कराया जाएगा।
टीका अवश्य लगवाएं
आरसीएचओ डॉ. विक्रम सिंह ने बताया कि खसरा वायरस जनित जानलेवा रोग है। इसमें बुखार, खांसी-जुकाम, आंखें लाल होना आदि लक्षण दिखते हैं। खसरे के चकत्ते बुखार आने के दो दिन बाद दिखते हैं। इसमें डायरिया, निमोनिया, मस्तिष्क की सूजन जैसी जटिलताएं भी हो सकती हैं। कुपोषित बच्चों को भी यह टीका लगाया जायेगा, क्योंकि इस प्रकार के बच्चों में संक्रमण की संभावना ज्यादा होती है। यह टीका पूरी तरह सुरक्षित है। लक्षित आयु वर्ग के सभी बच्चों को 0.5 मिली की खुराक दी जायेगी। वैक्सीन देने के लिए केवल एडी सीरिंज का ही इस्तेमाल किया जायेगा।
गर्भवती महिलाओं के लिए उपयोगी
गर्भवती महिलाओं में रूबैला रोग होने से जन्मजात रूबैला सिन्ड्रोम हो सकता है, जो गर्भ में पल रहे भ्रूण व नवजात शिशु के लिए बेहद गंभीर हो सकता है। इससे गर्भपात, समय से पूर्व प्रसव या मृत प्रसव की सम्भावनाएं बढ़ जाती है व दीर्घकालीन जन्मजात विसंगतियां भी हो जाती है, जिससे आंख में ग्लूकोमा, मोतियाबिन्द, कान में बहरापन तथा मस्तिष्क प्रभावित हो सकते हैं। इन दोनों गंभीर बीमारियों का कोई निश्चित इलाज नहीं है, परन्तु इससे टीकाकरण ही इससे सरल, सुरक्षित एवं सर्वश्रेष्ठ उपाय है।