मुंबई, 30 अप्रेल। अप्रेल माह के अंतिम दो दिन मायानगररी पर बहुत भारी रहे। दो दिन में दो सदाबहार अभिनेता अपने करोड़ों प्रशंसकों के नेत्र सजल कर गये। बुधवार को आंखों से बोलने वाले संजीदा अभिनेता इरफान खान के इंतकाल से आंखों में आयी नमी अभी दूर नहीं हुई थी कि गुरुवार की सुबह फिल्म इंडस्ट्री के लवर बॉय ऋषि कपूर के निधन का समाचार मिल गया। रोमांस के बादशाह कपूर ने गुरुवार सुबह 8.45 बजे मुंबई के एच.एन रिलायंस हॉस्पिटल में उन्होंने आखिरी सांस ली। आखिरी वक्त में उनके साथ उनकी पत्नी नीतू कपूर मौजूद रहीं।
ऋषि कपूर का अंतिम संस्कार शाम 4.15 बजे चंदनवाड़ी शवदाह गृह में किया गया। इसमें अलिया भट्ट और रणबीर कपूर समेत 24 लोग शामिल हुए। लॉकडाउन की वजह से उनकी बेटी रिद्धिमा नहीं पहुंच पाईं। 19 लोग परिवार के और 5 लोग करीबी शामिल हुए। इनमें ऋषि की बहन रीमा जैन, जीजा मनोज जैन, पत्नी नीतू कपूर, अरमान जैन, आदर जैन, अनीषा जैन, रणधीर कपूर, राजीव कपूर, विमल पारीख, रोहित धवन, जयराम, आलिया, भट्ट, रणबीर कपूर, करीना कपूर, सैफ़ अली ख़ान और अभिषेक बच्चन शामिल हुए। रिद्धिमा ने चार्टर्ड प्लेन से आने की कोशिश की थी, मगर डीजीसीए से अनुमति नहीं मिली।
सांस लेने में थी परेशानी
ऋषि कपूर को सांस लेने में परेशानी थी। ऋषि कपूर पिछले साल सितंबर में ही न्यूयॉर्क में लगभग एक साल कैंसर का इलाज करवाने के बाद भारत लौटे थे। उन्हें साल 2018 में पता चला था कि वह कैंसर से पीडि़त हैं। इसके बाद वह अपने इलाज़ के लिए न्यूयॉर्क गए थे। उनके आखिर वक्त में उनकी पत्नी नीतू कपूर उनके साथ ही रहीं। ऑफि़शियल स्टेटमेंट के मुताबिक, ऋषि कपूर पिछले दो साल से ल्यूकेमिया से पीडि़त थे।
देश और प्रशसंक स्तब्ध
ऋषि कपूर के निधन के बाद से चारों तरफ शोक की लहर दौड़ गई है। सूचना एवं प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने सवंदेना व्यक्त करते हुए कहा है कि ऋषि कपूर का आकस्मिक निधन चौंकाने वाला है। वह न केवल एक महान अभिनेता थे, बल्कि एक अच्छे इंसान भी थे। उनके परिवार, दोस्तों और प्रशंसकों के प्रति मेरी संवेदना है। इसके अलावा कई और फि़ल्म अभिनेताओं और एक्टर्स ने अपनी संवेदना व्यक्त की है।
1952 में हुआ था जन्म
आपको बता दें कि ऋषि कपूर का जन्म 4 सितम्बर, 1952 को मुंबई के चेंबूर में हुआ। ऋषि कपूर ने अपनी शुरुआती पढ़ाई कैंपियन स्कूल, मुंबई से की। इसके बाद वह अजमेर के मेयो कॉलेज से आगे की पढ़ाई की। बतौर बाल कलाकर उन्होंने अपने करियर की शुरुआत की। वह फिल्म ‘मेरा नाम जोकर’ में नजऱ आए। बतौर लीड एक्टर बॉबी उनकी पहली फि़ल्म थी। इस फि़ल्म को राज कपूर ने निर्देशित किया था। जिसके लिए उन्हें 1974 में सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का फि़ल्मफ़ेयर पुरस्कार मिला। वहीं, साल 2008 में ऋषि कपूर को फिल्म फेयर लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड से भी नवाजा गया। ऋषि ने अपने फि़ल्मी करियर में कई शानदार फि़ल्में कीं। गौरतलब है कि ऋषि कपूर के पिता राज कपूर और दादा पृथ्वीराज कपूर भी कला की इस दुनिया में सक्रिय रहे। ऋषि के बटे रणबीर कपूर इस वक्त बॉलीवुड में सक्रिय हैं।