कोहली की एक और विराट पारी, गिल ने भी शतक लगाया, सिराज ने बल्लेबाजों की लंका जलाई
नई दिल्ली, 15 जनवरी। भारत ने एक दिवसीय क्रिकेट में सबसे बड़ी जीत का रिकार्ड अपने नाम कर लिया, साथ ही तीन मैचों की सीरिज में श्रीलंका पर क्लीन स्वीप भी किया। भारत ने तिरुअनंतपुरम में खेले गये तीन मैचों की सीरिज के अंतिम एक दिवसीय मैच में श्रीलंका को 317 रन के विशाल अंतर से हरा दिया। यह वनडे क्रिकेट में किसी भी टीम की सबसे बड़ी जीत है। इससे पहले, सबसे बड़ी जीत का रिकार्ड न्यूजीलैंड के नाम पर था। न्यूजीलैंड की टीम ने 2008 में आयरलैंड को 290 रन के अंतर से हराया था।
टीम इंडिया ने पहले बल्लेबाजी करते हुए विराट कोहली की विराट पारी (166 अविजित) और सलामी बल्लेबाज शुभमन गिल के शानदार शतक (116) के दम पर निर्धारित 50 ओवर में 5 विकेट के नुकसान पर 390 रन बनाए। कप्तान रोहित शर्मा ने 42 रन की पारी खेली। विराट ने अपनी पारी में 110 गेंद खेली और 8 छक्के व 13 चौके जमाये, वहीं गिल ने 97 गेंद खेलते हुए 2 छक्के व 14 चौके लगाये। कप्तान रोहित ने भी 3 छक्के व 2 चौके लगाये।
सिराज के सामने लंका पस्त
लक्ष्य का पीछा करने उतरी लंकाई टीम मोहम्मद सिराज की घातक गेंदबाजी (32 रन पर 4 विकेट) के आगे पस्त हो गयी और पूरी टीम 22 ओवर में केवल 73 रन पर सिमट गयी। मोहम्मद शमी और कुलदीप यादव ने 2-2 विकेट लिये। एक खिलाड़ी रन आउट हुआ जबकि एक बल्लेबाज चोट के कारण खेलने ही नहीं आया। श्रीलंका के आठ बल्लेबाज दहाई का आंकड़ा भी नहीं छू पाये। इसी जीत के साथ भारत ने श्रीलंका के हाथों 22 साल पहले मिली करारी हार का बदला भी चुकता कर दिया। साल 2000 में लंका ने भारत को 245 रन से हराया था। तब श्रीलंका के 299 रन के जवाब में पूरी भारतीय टीम केवल 54 रन पर सिमट गयी थी।
विराट के नाम रही सीरिज
भारत ने सीरिज के पहले वनडे मैच में श्रीलंका को 67 रन से तथा दूसरे मैच में 4 विकेट से हराया था। विराट कोहली को प्लेयर ऑफ दि मैच और प्लेयर ऑफ दि सीरिज चुना गया।
एक और विश्व रिकार्ड भारत के नाम
श्रीलंका से तीन मैच की जीत में क्लीन स्पीप करने के साथ ही, टीम इंडिया ने इस मैच में एक और वल्र्ड रिकॉर्ड बनाया। वह वनडे इतिहास में किसी एक देश के खिलाफ सबसे ज्यादा मैच जीतने वाली टीम भी बनी। भारत ने वनडे क्रिकेट में श्रीलंका को 96 बार हराया है। दोनों टीमों के बीच कुल 165 वनडे खेले गए हैं। इससे पहले किसी भी टीम पर जीत का 95 मैच का रिकार्ड ऑस्ट्रेलिया के नाम था।