10 केंद्रीय सहकारी बैंकों का क्लेम करोड़ों रुपये में आया
जयपुर, 27 जून (मुखपत्र)। राज्य सरकार ने गुरुवार को केंद्रीय सहकारी बैंकों को 34 करोड़ 42 लाख 31 हजार 382 रुपये की राशि जारी कर दी। यह राशि ब्याजमुक्त अल्पकालीन फसली ऋण वितरण योजना के ब्याज अनुदान क्लेम के रूप में जारी की गयी है।
अपेक्स बैंक के अनुसार, वित्तीय वर्ष 2018-19 में फसली ऋण योजना के सम्बंध में केंद्रीय सहकारी बैंकों से प्राप्त क्लेम प्रस्ताव के पेटे राशि का भुगतान किया गया है। राज्य सरकार द्वारा ब्याजमुक्त फसली ऋण योजना की एवज में केंद्रीय सहकारी बैंकों को 4 प्रतिशत ब्याज अनुदान का भुगतान किया जाता है। केंद्रीय सहकारी बैंकों द्वारा इसी राशि में से 2 प्रतिशत राशि ग्राम सेवा सहकारी समितियों (पैक्स और लैम्पस) जारी की जाती है, जिससे पैक्स कार्मिकों के वेतन-भत्ते व समिति के अन्य खर्चों का भुगतान किया जाता है। सूत्रों की मानें तो फिलहाल सरकार ने वित्त वर्ष 2018-19 के लिए क्लेम की जाने वाली 4 प्रतिशत राशि की एक किश्त ही जारी की है।
22 बैंकों को मिली राशि
अपेक्स बैंक से प्राप्त जानकारी के अनुसार, फिलहाल अजमेर, अलवर, बारां, बाड़मेर, भीलवाड़ा, बीकानेर, बूंदी, चित्तौडग़ढ़, दौसा, हनुमानगढ़, जयपुर, जैसलमेर, जालौर, झालावाड़, झुंझुनूं, नागौर, पाली, सीकर, सिरोही, श्रीगंगानगर, टोंक और उदयपुर को ब्याज अनुदान क्लेम की पहली किश्त जारी की गयी है।
श्रीगंगानगर को सर्वाधिक राशि
4 प्रतिशत ब्याज अनुदान क्लेम की एवज में जारी राशि में श्रीगंगानगर बैंक को सर्वाधिक 8 करोड़ 69 करोड़ रुपये और सिरोही को सबसे कम 17 हजार रुपये मिले हैं। केंद्रीय सहकारी बैंक अजमेर को 5 लाख 27 हजार, अलवर को 55 लाख 18 हजार, बारां को 88 लाख 74 हजार, बाड़मेर को 2 करोड़ 72 लाख 43 हजार, भीलवाड़ा को 4 करोड़ 17 लाख 30 हजार और बीकानेर को 2 करोड़ 67 लाख 74 हजार, बंूदी को 52 लाख 41 हजार, चित्तौडग़ढ़ को 1 करोड़ 58 लाख 29 हजार, दौसा को 1 करोड़ 72 लाख 36 हजार, हनुमानगढ़ को 73 लाख 34 हजार रुपये जारी किये गये हैं।
अन्य बैंकों में सीसीबी जयपुर को 1 लाख 53 हजार, जैसलमेर को 1 करोड़ 35 लाख 67 हजार, जालौर को 3 करोड़ 14 लाख 38 हजार, झालावाड़ को 1 लाख 62 हजार, झुंझुनूं को 2 करोड़ 54 लाख 44 हजार, नागौर को 1 करोड़ 71 लाख, पाली को 53 लाख 28 हजार, सीकर को 30 लाख 21 हजार, टोंक को 15 लाख 87 हजार और उदयपुर को 31 लाख 98 हजार रुपये दिये गये हैं। यह राशि जयपुर कोष कार्यालय से सीधे केंद्रीय सहकारी बैंकों के खाते में ट्रांसफर की गयी है।