बीकानेर, 30 अक्टुबर (मुखपत्र)। उच्च शिक्षा मंत्री भंवर सिंह भाटी ने शुक्रवार को बीकानेर के देशनोक में राजकीय महाविद्यालय का उद्घाटन किया।
इस अवसर पर श्री भाटी ने कहा कि आगामी समय में महाविद्यालय में वाणिज्य एवं विज्ञान संकाय भी प्रारम्भ किये जावेगें। साथ ही स्नातकोत्तर कक्षाओं के लिये भी समुचित प्रयास किये जावेगें। देशनोक में महाविद्यालय प्रारम्भ होने से यहां की बालिकाओं को विशेष रूप से उच्च शिक्षा के अवसर मिलेगें। उन्होने कहा कि देशनोक, बज्जु एवं कोलायत तीनों जगह महाविद्यालय प्रारम्भ कर दिये गये हैं, जिससे सम्पूर्ण कोलायत क्षेत्र में उच्च शिक्षा के नवीन आयाम स्थापित हो सकेंगे।
उन्होंने कहा कि कॉलेज का भवन निर्माण करवाने के लिए देशनोक के भामाशाहों ने पहल करते हुए कहा कि इस कॉलेज के निर्माण में जितनी भी राशि लगेगी, वे उपलब्ध करायेंगे। उन्हाेंने कहा कि पहले सत्र में इस महाविद्यालय में 150 विद्यार्थियों ने प्रवेश लिया है। आने वाले सत्रों में यह संख्या बढ़ेगी। इस महविद्यालय में वे सभी सुविधाएं उपलब्ध होगी,जो बीकानेर के राजकीय डूंगर महाविद्यालय और एमएस कॉलेज के विद्यार्थियों को मिल रही है।
उन्होंने कहा कि मां करणी मंदिर निजी प्रन्यास द्वारा महाविद्यालय के लिए भूमि दी जायेगी। उन्होंने इस महाविद्यालय का नाम मां करणी के नाम पर किए जाने की मांग पर कहा कि जब भी इस कॉलेज का नामकरण करने का निणर्य किया जायेगा, मां करणी के नाम पर ही महाविद्यालय का नाम रखा जायेगा।
विद्यार्थियों को निशुल्क पुस्तक वितरण
इस अवसर पर विद्यार्थियों को निशुल्क पुस्तक वितरण किया गया जिसमें तीनों विषयों की पाठ्य पुस्तकें भेंट की गयी। उन्होंने कहा कि इससे विद्यार्थियों को पढ़ाई के प्रति प्रेरणा और प्रोत्साहन मिलेगा। डॉ. मूलचन्दानी ने बताया कि बीए प्रथम वर्ष में हिन्दी, राजनीतिक विज्ञान, इतिहास, भूगोल तथा गृह विज्ञान विषय में कुल 150 विद्यार्थियों को प्रवेश दिया गया है।
भूगोल एवं गृह विज्ञान की प्रयोगशालाओं का उद्घाटन
महाविद्यालय में समुचित संसाधन एवं उपकरणों से सुसज्जित भूगोल एवं गृह विज्ञान की प्रयोगशालाओं का भी उद्घाटन किया गया। कार्यक्रम में नो मास्क नो एन्ट्री अभियान के तहत मंत्री भाटी ने विद्यार्थियों को निशुल्क मास्क वितरण किये। साथ ही स्वच्छ भारत स्वस्थ भारत अभियान के तहत छात्र छात्राओं एवं संकाय सदस्यों के लिये निर्मित शौचालयों का भी उद्घाटन किया गया। इस अवसर पर महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ. शालिनी मूलचन्दानी द्वारा लिखित पुस्तक का भी विमोचन किया गया।