श्रीगंगानगर, 22 जुलाई (मुखपत्र)। गंगानगर केंद्रीय सहकारी बैंक के केसीसी धारक किसानों की खरीफ 2018 में प्रतिकूल मौसम से खराब हुई फसल के बीमा क्लेम की राशि बैंक को प्राप्त हो गयी है। बीमा कम्पनी ने क्लेम के रूप में 8 करोड़ 1 लाख 40 हजार 70 रुपये जारी किये हैं, जो बैंक को प्राप्त हो गये हैं।
बैंक सूत्रों के अनुसार, सर्वाधिक 3 करोड़ 98 लाख 31 हजार 80 रुपये की राशि घड़साना क्षेत्र के किसानों के लिए प्राप्त हुई है। यह राशि 1217 किसानों को दी जायेगी। इसी प्रकार 3 करोड़ 31 लाख 5 हजार 867 रुपये का फसल बीमा क्लेम रावला क्षेत्र के 449 किसानों को मिलेगा।
रिडमलसर क्षेत्र के 3 किसानों को 95,309 रुपये, गोलबाजार क्षेत्र के 6 किसानों को 15,616 रुपये, जैतसर क्षेत्र के 91 किसानों को 5 लाख 54 हजार 488 रुपये, सादुलशहर क्षेत्र के 51 किसानों को 26 लाख 14 हजार 468 रुपये, नेतेवाला क्षेत्र के 8 किसानों को 1 लाख 10 हजार 238 रुपये का बीमा क्लेम पास होकर बैंक को प्राप्त हुआ है।
इसी प्रकार रामसिंहपुर क्षेत्र के 17 किसानों का 5 लाख 48 हजार 611 रुपये, अनूपगढ़ क्षेत्र के 9 किसानों का 3 लाख 92 हजार 311 रुपये, लालगढ़ क्षेत्र के 90 किसानों का 24 लाख 42 हजार 480 रुपये, श्रीकरणपुर क्षेत्र के 28 किसानों का 3 लाख 88 हजार 211 रुपये और चूनावढ़ क्षेत्र के 3 किसानों का 41,391 रुपये का क्लेम प्राप्त हुआ है।
बैंक सूत्रों के अनुसार, बैंक की कुल 12 शाखाओं के केसीसी धारक किसानों को क्लेम मिला है। बीमा कम्पनी से प्राप्त हुई राशि को सम्बंधित बैंक शाखा के नाम जारी कर दिया गया है, जो कि शाखाओं द्वारा सम्बंधित किसानों के खाते में जमा कर दिया जायेगा।
30.24 लाख प्रिमीयम, 8 करोड़ क्लेम
बैंकों द्वारा केसीसी धारक किसानों का प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत अनिवार्य रूप से फसल बीमा किया जाता है। चूंकि, अधिकांश किसानों द्वारा वाणिज्यिक एवं राष्ट्रीयकृत बैंकों में अपनी कृषि भूमि रहन रखकर लोन लिया जाता है, इसलिए वे बैंक ही किसानों को फसल बीमा का प्रिमीयम, किसान के ऋण खाते से काटकर बीमा कम्पनी को भेजते हैं। केंद्रीय सहकारी बैंकों की मार्फत बीमा करवाने वाले केसीसी धारक किसानों की संख्या कम ही होती है।
खरीफ 2018 में उपरोक्त 12 बैंक शाखाओं में मात्र 2340 किसानों द्वारा एग्रीकल्चर इन्श्योरेंस कम्पनी ऑफ इंडिया के माध्यम से फसल बीमा करवाने पर कुल 30 लाख 24 हजार रुपये के प्रिमीयम का भुगतान किया गया। प्रतिकूल मौसम के कारण, इनमें से लगभग 2 हजार किसानों की फसलें खराब हो गयी, जिसकी एवज में अब 1972 किसानों को आठ करोड़ एक लाख रुपये से अधिक राशि का क्लेम मिला है।