जयपुर, 1 दिसम्बर (मुखपत्र)। राजस्थान सहकारी कर्मचारी संघ ने कॉमन कैडर और स्क्रीनिंग के मुद्दे पर सहकारिता विभाग की कार्यवाही से संतुष्ट होने के पश्चात असहयोग आंदोलन वापिस ले लिया है। आंदोलन के तहत गंगानगर जिले में 16 सितम्बर 2020 से तथा शेष राजस्थान में 16 अक्टूबर 2020 से रबी सीजन के लिए ऋण वितरण व वसूली का बहिष्कार किया जा रहा था और पैक्स, लैम्पस (जहां राजफैड का खरीद केंद्र स्वीकृत है) द्वारा 1 नवम्बर 2020 से समर्थन मूल्य पर खरीद भी नहीं की जा रही थी।
पैक्स, लैम्पस कर्मचारियों की मांगों के निराकरण के लिए गठित सहकारिता विभाग की 6 सदस्यीय कमेटी और राजस्थान सहकारी कर्मचारी संघ के 7 पदाधिकारियों के बीच 28 नवम्बर को हुई वार्ता में कॉमन कैडर और जुलाई 2017 तक नियोजित कार्मिकों की स्क्रीनिंग के लिए लिखित में समझौता होने के पश्चात आंदोलन वापिस लेने की घोषणा की गयी है।
तीन दौर की वार्ता के पश्चात 28 नवम्बर 2020 को दोनों पक्षों में दोनों प्रमुख मांगों पर लिखित में समझौता हुआ और झुझनूं व जयपुर जिलोंं की केंद्रीय सहकारी बैंक स्तर एवं अपेक्स बैंक स्तर पर समस्याओं के समाधान के लिए 4 दिसम्बर 2020 को जयपुर में अपेक्स बैंक एमडी के साथ वार्ता होना तय हुआ।
समझौते के अनुसार, कॉमन कैडर का मामला राज्य सरकार के स्तर पर लम्बित होने के कारण, उसके शीघ्र निपटारे के लिए रजिस्ट्रार द्वारा एक कमेटी का गठन किया जायेगा, जो कॉमन कैडर के प्रकरण को आगे बढायेगी और रजिस्ट्रार को साप्ताहिक प्रगति रिपोर्ट प्रस्तुत करेगी। दूसरा मुद्दा, 10 जुलाई 2017 तक समितियों में नियोजित व्यवस्थापक, सहायक व्यवस्थापक की स्क्रीनिंग से सम्बंधित था। कमेटी की ओर से बताया गया कि स्क्रीनिंग का मामला सहकारिता मंत्री के स्तर पर लम्बित है, जो कि कोरोना पॉजिटिव हैं। मंत्री के स्वस्थ होते ही इस पर नीतिगत निर्णय ले लिया जायेगा।
ये लोग हुए वार्ता में शामिल
वार्ता में वार्ता में विभागीय कमेटी के अध्यक्ष, अपेक्स बैंक एमडी राजीव लोचन शर्मा, सदस्य सचिव एवं महाप्रबंधक बैंक शिव दयाल मीणा, सभी सदस्य – इन्द्र राज मीणा (एमडी, जयपुर सीसीबी), बलविन्दर सिंह गिल (एमडी, कोटा सीसीबी), कुमार विवेकानंद यादव (संयुक्त रजिस्ट्रार नियम), प्रेमचंद जाटव (संयुक्त रजिस्ट्रार बैंकिंग) तथा राजस्थान सहकारी कर्मचारी संघ की ओर से प्रदेश महासचिव नंदाराम चौधरी, वरिष्ठ उपाध्यक्ष महादेव सिंह ऐचरा, गंगानगर जिलाध्यक्ष आसू सिंह राठौड़, नागौर से हीराराम रूलानियां, चूरू से प्रदेश सलाहकार पवन कुमार पूनिया, अलवर जिलाध्यक्ष देवेन्द्र कुमार सैदावत और भरतपुर से बनेसिंह उपस्थित रहे। संघ की ओर से बताया गया कि प्रदेश अध्यक्ष नंदलाल वैष्णव के घर में विवाह समारोह होने और प्रदेश प्रवक्ता हनुमान सिंह राजावत की माता का स्वर्गवास होने के कारण वे वार्ता में शामिल नहीं हो पाये।
लिखित आश्वासन के पश्चात आंदोलन वापिस लिया
संघ के वरिष्ठ प्रदेश उपाध्यक्ष और राजस्थान की सर्वश्रेष्ठ पैक्स में शुमार पलसाना ग्राम सेवा सहकारी समिति के मुख्य कार्यकारी महादेव सिंह ऐचरा और अलवर जिलाध्यक्ष देवेन्द्र सिंह सैदावत ने मुखपत्र को बताया कि मुख्य मुद्दों पर वार्ता में संतुष्ट होने एवं लिखित में समझौता होने के पश्चात, असहयोग आंदोलन समाप्त करने पर सहमति हो चुकी है और काम आरंभ कर दिया गया है।
4 दिसम्बर की वार्ता में केवल अन्य मुद्दों पर चर्चा होगी
दोनों पक्षों में हुई सहमति के पश्चात, कमेटी की ओर से 4 दिसम्बर 2020 की बैठक का एजेंडा जारी किया गया है, उसमें केवल अन्य मांगों पर चर्चा किया जाना प्रस्तावित है। इसमें जयपुर, झुझनूं जिलों का ही जिक्र है। बैठक में अपेक्स बैंक एमडी, ज्वाइंट रजिस्ट्रार बैंकिंग और जयपुर व झुझनूं सीसीबी एमडी के अलावा संघ के पांच प्रतिनिधियों को बुलाया गया है।
प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक प्रस्तावित नहीं
उन्होंने यह भी बताया कि 4 या 5 दिसम्बर को जयपुर में प्रदेश कार्यकारिणी की कोई बैठक प्रस्तावित नहीं है। ऐचरा ने स्पष्ट किया कि विभागीय कमेटी के लिखित आश्वासन के पश्चात, हमने आंदोलन स्थगित किया है। यदि कॉमन कैडर और स्क्रीनिंग के मुद्दे पर संघ की मांग के अनुरूप परिणाम नहीं आते हैं, तो हम फिर से आंदोलन करने के लिए स्वतंत्र हैं।