श्रीगंगानगर, 25 अप्रैल (मुखपत्र)। जिला कलक्टर शिवप्रसाद एम. नकाते ने बताया कि कोविड-19 के दौरान किसी संदिग्ध नागरिक की कांटेक्ट हिट्री जानने के लिए सीडीआर सिस्टम बहुत उपयोगी है। इस सिस्टम के माध्यम से नागरिक के मूवमेंट के आधार पर ट्रेस किया जा सकता है।
जिला कलक्टर ने शनिवार को मुख्यमंत्री की वीसी में श्रीगंगानगर जिले में किये गये अनुप्रयोग का प्रेजेन्टशन दिया। उन्होंने बताया कि हनुमानगढ़ जिले के कोरोना पॉजिटिव नागरिकों का गंगानगर के नागरिकों से सम्पर्क में आने की जानकारी सीडीआर के माध्यम से ट्रेस की गई, जिसमें सफलता मिली तथा संक्रमण को आगे फैलने से रोक पाए। उन्होंने कहा कि पीडि़त व्यक्ति, संदिग्ध या कोरोना पॉजिटिव आने के बाद घबराहट में या कार्यवाही के डर से सही तथ्य नहीं बता पाता। इस सिस्टम से संदिग्ध व्यक्तिकी दिनांक के अनुसार समय व स्थान तथा कांटेक्ट वालों की जानकारी एकत्रित की जा सकती है, जो कोरोना की चैन को तोडऩे में मददगार है।
कोविड-19 राजस्थान अलर्ट सिस्टम के माध्यम से क्वारनटाइन नागरिकों की ट्रेकिंग हो सकती है, 14 दिन में संबंधित व्यक्तिने क्वारनटाइन का कितना उल्लंघन किया, जीपीएस तथा जियो फैंसिंग के माध्यम से जानकारी मिल जाती है।
क्वारंटाइन का उल्लंघन करने पर आता है अलर्ट
क्वारनटाइन का उल्लंघन करने पर अलर्ट की सूचना आ जा जाती है। संबंधित व्यक्ति के मूवमेन्ट की जानकारी मिलती है। इसी प्रकार राज कोविड एप से क्वारटाइन व्यक्तिके फोन की जीपीएस लोकेशन से जानकारी अलर्ट व 250 मीटर दूरी तय करने पर अलर्ट आ जाते हैं। इस एप में फोटो अपलोड स्वास्थ्य की स्थिति की जानकारी मिलती है। इसी प्रकार राजधारा कोविड-19 एप के माध्यम से भी कोविड-19 के दौरान मददगार बनाया जा रहा है।