जनवरी में 3.97 लाख, फरवरी में 4.36 लाख मामले, मार्च के पहले 9 दिन में 1.33 केस
नई दिल्ली, 11 मार्च। मौसमी इन्फ्लुएंजा के एच3एन2 सबटाइप के मामलों में केंद्र सरकार ने दो लोगों की मृत्यु की पुष्टि करते हुए, इसे लेकर एडवाइजरी जारी की है। सरकार ने कहा कि मौसमी इन्फ्लूएंजा के संबंध में सह-रुग्णता वाले युवा बच्चे और वृद्धों में सबसे अधिक प्रभावित होने वाले सम्भावित समूह हैं। सरकार ने अब तक कर्नाटक और हरियाणा ने एच3एन2 इन्फ्लूएंजा से एक-एक मृत्यु की पुष्टि की है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि वह रियल टाइम के आधार पर एकीकृत रोग निगरानी कार्यक्रम (आईडीएसपी) नेटवर्क के माध्यम से विभिन्न राज्यों/केंद्रशासित प्रदेशों में मौसमी इन्फ्लुएंजा की स्थिति पर गहरी नजर रख रहा है। इसके अलावा मंत्रालय मौसमी इन्फ्लुएंजा के एच3एन2 सबटाइप के कारण रोग और मृत्यु दर की निगरानी करने के साथ उन पर कड़ी नजर रख रहा है।
मौसमी इन्फ्लूएंजा एक सांस की गम्भीर बीमारी यानी तीव्र श्वसन (एक्यूट रेस्पिरेटरी) संक्रमण रोग है, जो इन्फ्लूएंजा वायरस के कारण होता है। यह विश्व के सभी हिस्सों में फैलता है और वैश्विक स्तर पर कुछ महीनों के दौरान इसके मामले बढ़ते हुए देखे गए हैं। भारत में हर साल मौसमी इन्फ्लूएंजा के मामले दो बार सबसे अधिक दर्ज होते हैं। पहला, जनवरी से मार्च तक और दूसरा, मॉनसून के बाद के मौसम में। मार्च के अंत से मौसमी इन्फ्लूएंजा के मामलों में कमी आने की उम्मीद है। इसे देखते हुए राज्य निगरानी अधिकारी इस सार्वजनिक स्वास्थ्य चुनौती से निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं।
एच3एन2 के 3038 मामले
आईडीएसपी-आईएचआईपी (एकीकृत स्वास्थ्य सूचना प्लेटफॉर्म) पर उपलब्ध नवीनतम आंकड़ों के अनुसार राज्यों द्वारा 9 मार्च 2023 तक एच3एन2 सहित इन्फ्लुएंजा के विभिन्न सबटाइप के कुल 3038 मामलों की पुष्टि की गई है। इसमें जनवरी के 1245, फरवरी के 1307 और मार्च के (9 मार्च तक) 486 मामले शामिल हैं।
सांस की गम्भीर बीमारी के देश में लाखों रोगी
इसके अलावा स्वास्थ्य केंद्रों से प्राप्त आईडीएसपी-आईएचआईपी के आंकड़े इसका संकेत करते हैं कि जनवरी 2023 के दौरान देश में सांस की गम्भीर बीमारी/इन्फ्लुएंजा जैसे रोग (एआरआई/आईएलआई) के कुल 3 लाख 97 हजार 814 मामले सामने आए थे, जो फरवरी, 2023 में बढक़र 4 लाख 36 हजार 523 हो गए। जबकि 9 मार्च 2023 तक 1 लाख 33 हजार 412 मामले सामने आये हैं।
गंभीर तीव्र श्वसन बीमारी (एसएआरआई) के भर्ती मामलों के आंकड़े जनवरी 2023 में 7041, फरवरी 2023 के दौरान 6919 और मार्च 2023 के पहले नौ दिन में 1866 हैं।

पांच राज्यों में बढ़ रहे हैं एच1एन1 के केस
28 फरवरी 2023 तक कुल 955 एच1एन1 के मामले सामने आए हैं। इनमें तमिलनाडु में 545, महाराष्ट्र में 170, गुजरात में 74, केरल में 42 और पंजाब में 28 मामले रिपोर्ट किए गए हैं। केंद्र सरकार का कहना है कि देश में मानव इन्फ्लूएंजा वायरस और सार्स-सीओवी-2 वायरस का पता लगाने के लिए इन्फ्लुएंजा जैसे रोग और सांस की गंभीर बीमारी की एक एकीकृत निगरानी 28 स्थलों से निर्मित आईएलआई/एसएआरआई निगरानी नेटवर्क के माध्यम से जारी है।
दवाइयां और लॉजिस्टिक्स
केंद्र सरकार के अनुसार, इसके लिए डब्ल्यूएचओ ने ओसेल्टामिवीर दवा की अनुशंसा की है। यह दवा सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रणाली के माध्यम से नि:शुल्क उपलब्ध कराई जाती है। सरकार ने फरवरी 2017 में ओसेल्टामिवीर की व्यापक पहुंच और उपलब्धता के लिए दवा और कॉस्मेटिक अधिनियम की अनुसूची एच1 के तहत इसकी बिक्री की अनुमति दी है। राज्यों के पास पर्याप्त लॉजिस्टिक्स उपलब्ध है।