बैंकों को हर माह के तीसरे सप्ताह में ग्राहकों के लिये सेवा शिविर लगाने के निर्देश
श्रीगंगानगर, 10 मई। जिला कलक्टर शिवप्रसाद मदन नकाते ने कहा कि जिले के सभी बैंकों को माह के तीसरे सप्ताह में ग्राहकों की सेवा के लिये शिविर लगाये जाये। आयोजित शिविर में बैंकों से संबंधित विभिन्न समस्याओं का मौके पर ही निदान किया जा सकता है।
जिला कलक्टर शुक्रवार को कलेक्ट्रेट सभा हॉल में जिला स्तरीय बैंक सलाहाकार समिति की बैठक में आवश्यक निर्देश दे रहे थे। उन्होंने कहा कि आरबीआई की गाईड लाईन के अनुसार लघु व सीमांत कृषकों को निर्धारित प्रतिशत के अनुसार फसली ऋण उपलब्ध करवाया जाये। उन्होंने कहा कि फसल बीमा योजना में बैंकर्स को ज्यादा ध्यान देने की जरूरत है। बैंक किसान का बीमा क्लेम से संबंधित आवेदन प्राप्त कर कम्पनी को ई-मेल करना है। बीमा कम्पनी के साथ-साथ बैंकर्स द्वारा लिये गये प्रार्थना पत्रा बीमा कम्पनी को फोरवर्ड करने से किसानों को राहत मिलेगी।
आवेदन पत्रों की समीक्षा के लिये समिति
जिला कलक्टर ने कहा कि सरकार द्वारा संचालित विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं के लक्ष्य प्राप्त करने तथा आवेदन पत्रों में किसी प्रकार की कमी को दूर करने व समीक्षा के लिये एक समिति का गठन किया जायेगा। जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी सौरभ स्वामी की अध्यक्षता में समिति का गठन किया जायेगा, जिसमें नाबार्ड, ओबीसी, एसबीआई तथा एमजीबी ग्रामीण बैंक के एजीएम स्तर के अधिकारी शामिल होंगे।
जिला कलक्टर ने पोप योजना, राजीविका, स्वयं सहायकता समूहो को बैंकों द्वारा दी गई मदद की समीक्षा की तथा निर्देश दिये कि गरीब नागरिकों के लिये संचालित इन योजनाओं की प्रगति में बैंकर्स ज्यादा ध्यान दें।
प्राथमिकता क्षेत्र में लक्ष्य से अधिक उपलब्धि
बैठक में बताया गया कि वर्ष 2018-19 में प्राथमिकता प्राप्त क्षेत्र में 100 प्रतिशत से अधिक उपलब्धि प्राप्त की है। कृषि ऋण में 96.81 प्रतिशत की उपलब्धि प्राप्त की है। बैंको का सीडी रेशो 139.18 प्रतिशत रहा। 31 मार्च 2019 तक जिले के 3 लाख 84 हजार 837 किसानों को 13322.75 करोड़ रूपये का ऋण स्वीकृत किया गया।
बैठक में आरबीआई के प्रबंधक अखिलेश कुमार तिवारी, नाबार्ड के जिला विकास प्रबंधक चंद्रेश कुमार शर्मा, ओबीसी के सहायक महाप्रबंधक ओमकारनाथ झां, एसबीआई के सहायक प्रबंधक देवीलाल मेहरा, सहायक निदेशक (समाज कल्याण) बी.पी.चंदेल सहित बैंक अधिकारियों व विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं से संबंधित अधिकारियों ने भाग लिया।