ये है सहकारिता का जलवा! उपहार सहकार दीपोत्सव में कोक ब्रांड पटाखों पर 65 प्रतिशत और एमएमटीसी-पैम्प के शुद्ध सोना-चांदी सिक्कों पर मिल रही 17 प्रतिशत की जबरदस्त छूट
जमकर खरीदारी कर रहे जयपुरवासी, अब तक 2 करोड़ रुपये से अधिक का हुआ व्यवसाय
जयपुर, 26 अक्टूबर (मुखपत्र)। राजस्थान राज्य सहकारी उपभोक्ता संघ लिमिटेड (कॉनफैड) द्वारा आयोजित किये जा रहे उपहार सहकार दीपोत्सव में सहकारिता का जलवा देखकर जयपुरवासी सुखद आश्चर्य में हैं। जिन कोक ब्रांड पटाखों की बाजार मांग पूरी करने में असमर्थ रहता है, उन पटाखों पर 65 प्रतिशत और शुद्धता के लिए देशभर में प्रसिद्ध एमएमटीसी-पैम्प (MMTC-PAMP) के सोना-चांदी के सिक्कों पर 17 प्रतिशत की भारी-भरकम छूट दी जा रही है।
रजिस्ट्रार, सहकारी समितियां एवं कॉनफैड की प्रशासक श्रीमती मंजू राजपाल ने बताया कि जयपुरवासी दीपोत्सव मेला-2024 में कोक ब्रांड पटाखों, आतिशबाजी, एमएमटीसी-पैम्प के सोने और चांदी के 999.9 टंच के सिक्कों, बैडशीट, कम्बल, दोहर, सजावटी सामान, बीकाजी के प्रॉडक्टस, राजीविका की महिलाओं द्वारा तैयार किये गये उत्पाद सहित पूजन सामग्री की जमकर खरीददारी कर रहे हैं। इसी की बदौलत दीपोत्सव मेला में जयपुरवासी अब तक 2 करोड़ रुपये से अधिक की खरीदारी कर चुके हैं।
पहली बार ‘‘सुख-समृद्धि’’ सिक्का बिक्री के लिये उपलब्ध
उपभोक्ता संघ द्वारा 22 गोदाम सर्किल के पास भवानी सिंह मार्ग पर स्थित नवजीवन सहकारी बाजार में दीपोत्सव मेला 30 अक्टूबर तक आयोजित किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि इस बार एमएमटीसी-पैम्प के सिक्कों पर 17 प्रतिशत तक की छूट दी जा रही है। मेला में सोने के 2 ग्राम से 20 ग्राम तक और चांदी के 10 ग्राम से 1000 ग्राम तक के सिक्के बिक्री के लिए पर्याप्त संख्या में उपलब्ध हैं। ये सिक्के शुद्धता में 999.9 टंच हैं।
सहकारिता विभाग की शासन सचिव श्रीमती राजपाल ने बताया कि पहली बार ‘‘सुख-समृद्धि’’ का 100 ग्राम का चांदी का सिक्का उपलब्ध कराया गया है, जिस पर लक्ष्मी-गणेश और बालाजी का रंगीन प्रतिरूप उकेरा गया है। इसी प्रकार न्यू बॉर्न बेबी राउण्ड कॉइन आकर्षक गुलाबी और नीले रंग में उपलब्ध कराया जा रहा है।
एमएमटीसी-पैम्प की वेबसाइट से भी सस्ते मिल रहे सिक्के
यह भी कम सुखद आश्चर्य की बात नहीं है कि एमएमटीसी-पैम्प द्वारा सोने-चांदी के सिक्के जिस मूल्य पर ऑनलाइन बेचे जा रहे हैं, उपभोक्ता संघ के सहकार दीपोत्सव मेले में वही सिक्के, उससे भी कम कीमत पर स्वर्ण और रजत के सिक्कों की बिक्री की जा रही है। मूल्य में यह अंतर 5 प्रतिशत या उससे भी अधिक है।