बीकानेर, 5 दिसम्बर (मुखपत्र)। बीकानेर जिले की गजनेर ग्राम सेवा सहकारी समिति लि. के लापता व्यवस्थापक मोहन लाल शर्मा (51) का शव मिला है। वह नौ दिन पहले अचानक गायब हो गया था, तब से उसकी तलाश की जा रही थी। शनिवार को बिरधवाल हैड के पास मोहनलाल का शव मिल गया।
बीकानेर सेंट्रल को-ऑपेरटिव बैंक की कोलायत ब्रांच के अंतर्गत आने वाली गजनेर ग्राम सेवा सहकारी समिति का व्यवस्थापक मोहन लाल शर्मा पुत्र रामजीलाल 27 नवम्बर 2020 को निजी कार्य से लूणकरणसर जाने का कहकर घर से निकला था। उसके बाद वह घर लौट कर नहीं आया। उसी दिन शाम को 6.30 बजे मोहन लाल की अपनी पत्नी के साथ मोबाइल पर बात हुई थी। उसके बाद उसका फोन स्विच ऑफ हो गया।
पुलिस ने बताया कि 28 नवम्बर को महेंद्र कुमार पुत्र चम्पालाल निवासी गजनेर द्वारा गजनेर थाना में गुमशुदगी दर्ज करवा दी गयी। मिसिंग रिपोर्ट में बताया गया कि मोहन लाल अपने साथ तीन लाख रुपये लेकर गया है। परिजनों व सहकार कर्मियों द्वारा भी मोहनलाल का पता लगाने के लिए काफी प्रयास किये गये। सोशल मीडिया पर तस्वीर के साथ अपील जारी की गयी, लेकिन उसका कहीं पता नहीं चला।
थानाधिकारी ने बताया कि गायब होने के अगले दिन मोहनलाल का मोबाइल फोन व जैकेट बिरधवाल हैड पर मिले थे, तब से ही उसके द्वारा आत्महत्या किये जाने का कयास लगाया जा रहा था। पुलिस द्वारा एसडीआरएफ की मदद से मोहनलाल का शव नहर में तलाश किया जा रहा था। शनिवार को हैड के पास ही मोहनलाल का शव मिल गया।
रुपये ले जाने की पुष्टि नहीं हुई
पुलिस ने बताया कि मोहनलाल के गायब होने के बाद से, उसके द्वारा तीन लाख रुपये साथ ले जाने की बात कही जा रही थी, लेकिन सीसीटीवी फुटेज में रुपये ले जाने की बात गलत साबित हुई। उन्होंने बताया कि बिरधवाल हैड का एरिया राजियासर पुलिसथाना के अंतर्गत आता है। इसलिए राजियासर पुलिस द्वारा पोस्टमार्टम करवाकर शव परिजनों के सुपुर्द कर दिया गया। पुलिस के अनुसार, हालांकि घरेलू कलह के कारण आत्महत्या करने की बात सामने आ रही है, परन्तु जांच पूरी होने पर ही सही कारण का पता चल पायेगा।
पुलिस इस बात की गहराई से छानबीन कर रही है कि जब मोहनलाल रुपये लेकर ही नहीं गया, तो मिसिंग रिपोर्ट में तीन लाख रुपये साथ ले जाने की बात क्यों लिखवाई गई। वैसे भी आत्महत्या करने का इरादा लेकर घर से निकलने वाला व्यक्ति अपने साथ इतनी बड़ी रकम क्यों लेकर जायेगा।