दूसरे चरण में गंगानगर में सर्वाधिक और करौली-धौलपुर में सबसे कम मतदान
जयपुर(मुखपत्र)। लोकसभा चुनावों के पांचवें चरण के तहत सोमवार को राजस्थान में दूसरे चरण में मतदान हुआ। प्रदेश में कुल 25 संसदीय क्षेत्र हैं, जिनमें से 13 संसदीय क्षेत्रों में पहले चरण में मतदान सम्पन्न हो चुका है। सोमवार को 12 सीटों के लिए हुए मतदान में मतदाताओं में बढ़चढ़ कर भाग लिया। इसी के दम पर दूसरे चरण में राज्य में औसत मतदान 63.74 प्रतिशत रहा।
मतदान में सुबह से ही जबरदस्त तेजी देखने को मिल रही है। मतदान सुबह 7 बजे आरंभ हुआ। सुबह 9 बजे तक 14.16 प्रतिशत, 11 बजे तक 29.76 प्रतिशत, दोपहर 1 बजे तक 43.06 प्रतिशत, अपराह्न 3 बजे तक 50.53 प्रतिशत, सायं 5 बजे तक 59.26 प्रतिशत एवं मतदान की समाप्ति पर सायं 6 बजे तक 63.74 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया।
राज्य निर्वाचन आयोग के अनुसार, राज्य मे सर्वाधिक 72.32 प्रतिशत मतदान संसदीय क्षेत्र गंगानगर में एवं सबसे कम धौलपुर में 55.13 प्रतिशत हुआ। अन्य संसदीय क्षेत्रों में बीकानेर में 59.31 प्रतिशत, चूरू में 65.66 प्रतिशत, झुझनूं में 61.90 प्रतिशत, सीकर में 64.78 प्रतिशत, जयपुर ग्रामीण में 65.01 प्रतिशत, जयपुर में 68.14 प्रतिशत, अलवर में 66.85 प्रतिशत, भरतपुर में 58.82 प्रतिशत, दौसा में 61.23 प्रतिशत और नागौर में 62.17 प्रतिशत मतदान हुआ।
25 सीटों पर औसत मतदान 66 प्रतिशत
लोकसभा-2019 के चौथे चरण में राज्य के 13 संसदीय क्षेत्रों एवं 5वें चरण में 12 सीटों पर क्रमश: 29 अप्रेल एवं 6 मई को हुए मतदान में लगभग 66 प्रतिशत मतदान हुआ। राज्य के पहले चरण की 13 लोकसभा सीटों पर 68.17 प्रतिशत और दूसरे चरण की 12 लोकसभा सीटों 63.78 प्रतिशत मतदान हुआ। मतगणना 23 मई को होगी। गौरतलब है कि लोकसभा चुनाव 2014 में मतदान का कुल प्रतिशत 63.11 था।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी आनंद कुमार ने बताया कि मतदान प्रक्रिया में कुल 2 करोड़ 30 लाख 68 हजार 744 पंजीकृत मतदाताओं में से लगभग 63.78 प्रतिशत मतदाताओं ने मतदान किया। सबसे कम मतदान संसदीय निर्वाचन क्षेत्र करौली-धौलपुर का 55 प्रतिशत एवं सबसे अधिक मतदान संसदीय निर्वाचन क्षेत्र गंगानगर का 74.32 प्रतिशत रहा है। अंतिम आंकड़े प्राप्त होना शेष है। उन्होंने कहा कि ईवीएम-वीवीपैट मशीनों को स्ट्रॉन्ग रूम्स में सुरक्षित रखा जा रहा है। इनके लिए त्रिस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था की गई है।
444 वीवीपेट खराब हुई
श्री कुमार ने कहा कि लोकसभा चुनाव में राज्य में द्वितीय चरण में 25 हजार 656 बैलेट यूनिट, 23 हजार 783 कंट्रोल यूनिट एवं 23 हजार 783 वीवीपेट मशीनों का प्रयोग किया गया। वास्तविक पोल के दौरान 46 बैलेट यूनिट (0.15 प्रतिशत), 40 कंट्रोल यूनिट (0.14 प्रतिशत) एवं 444 वीवीपेट (1.45 प्रतिशत) खराब होने के कारण बदली गई हैं। इस प्रकार बदली गई मशीनों का प्रतिशत नगण्य है, जो आयोग के द्वारा अनुमत सीमा के अंदर ही है।
फिलहाल कहीं पुनर्मतदान नहीं
उन्होंने बताया कि गत लोकसभा चुनाव-2014 के दौरान कुल 05 मतदान केन्द्रों पर पुनर्मतदान हुआ था। लोकसभा आम चुनाव-2019 में राज्य के प्रथम चरण में किसी भी मतदान केन्द्र पर पुनर्मतदान नही हुआ है। द्वितीय चरण के पुनर्मतदान के संबंध में पूर्ण जानकारी कल आब्जर्वर्स की उपस्थिति में पीठासीन अधिकारी की डायरी, मतदाता रजिस्टर एवं अन्य प्रपत्रों की संवीक्षा के पश्चात प्राप्त होगी।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने राज्य में कानून एवं व्यवस्था बनाये रखने के लिए सभी का आभार व्यक्त किया। उन्होंने बताया कि केन्द्रीय बलों एवं राजस्थान पुलिस एवं पैरा मिलिट्री फोर्स द्वारा पूरी सतर्कता रखी गई तथा कुछ एक छोटी-मोटी घटनाओं के अलावा कोई घटना नहीं घटित हुई तथा चुनाव भयमुक्त वातावरण में सम्पन्न हुए। उन्होंने बताया कि झुंझुनूं, सीकर और अलवर से तीन मतदान कार्मिकों के मृत्यु के समाचार मिले हैं, उन्होंने इस पर शोक व्यक्त किया।
शांतिपूर्ण रहा मतदान
पुलिस महानिदेशक (कानून एवं व्यवस्था) एमएल लाठर ने बताया कि प्रदेश के सभी संभागों में मतदान शांतिपूर्ण हुआ। उन्होंने बताया कि छिट-पुट घटनाओं को छोड़कर कहीं कोई अप्रिय घटना नहीं घटी। उन्होंने बताया कि सीकर, झुंझनूं और बीकानेर से घटनाओं की जानकारी मिली है।