नई दिल्ली, 8 फरवरी। केंद्रीय संचार एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि “भारत ने अपना स्वदेशी विकसित 4जी कोर और रेडियो नेटवर्क भी तैयार किया है। 5जी नेटवर्क भी विकास के अंतिम चरण में है। देश आज 6जी मानकों के विकास में, 6जी की विचार प्रक्रिया में भाग ले रहा है।” वे सोमवार को इंडिया टेलीकॉम 2022 के उद्घाटन कार्यक्रम को सम्बोधित कर रहे थे।
इस अवसर पर, संचार राज्य मंत्री देवुसिंह चौहान, डीसीसी के अध्यक्ष तथा दूरसंचार विभाग के सचिव के. राजारमन भी उपस्थित थे। भारतीय दूरसंचार क्षेत्र के हितधारकों को योग्य विदेशी खरीददारों से मिलने के अवसर प्रदान करने के लिए अंतरराष्ट्रीय व्यापार एक्सपो – ‘इंडिया टेलीकॉम 2022’ का आयोजन किया गया है। यह कार्यक्रम दूरसंचार विभाग, विदेश मंत्रालय, विभिन्न देशों में स्थित भारतीय दूतावासों के सहयोग से भारत सरकार के वाणिज्य विभाग की मार्केट एक्सेस इनिशिएटिव स्कीम (एमएआई) के तहत दूरसंचार उपकरण और सेवा निर्यात संवर्धन परिषद (टीईपीसी) द्वारा 8 फरवरी से 10 फरवरी 2022 तक आयोजित किया जा रहा है। इस आयोजन में 45 से अधिक देशों के योग्य खरीदार भाग ले रहे हैं। सम्मेलन के अलावा, 40 से अधिक भारतीय दूरसंचार कंपनियां प्रदर्शनी में अपने उत्पादों और क्षमताओं का प्रदर्शन कर रही हैं।
प्रमुख सेमीकंडक्टर प्रोग्राम शुरू
अपने उद्घाटन भाषण में, श्री वैष्णव ने कहा, “भारत एक प्रमुख इलेक्ट्रॉनिक्स विनिर्माण केंद्र के रूप में उभरा है। आज भारत में इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग 75 अरब अमरीकी डॉलर के करीब है। यह 20 प्रतिशत सीएजीआर से ऊंची दर से बढ़ रहा है। अब, हमने एक प्रमुख सेमीकंडक्टर प्रोग्राम शुरू किया है। यह एक बहुत व्यापक कार्यक्रम है, जिसमें सिलिकॉन चिप से लेकर कंपाउंड सेमीकंडक्टरों, डिजाइन आधारित निर्माण, डिजाइन में उद्यमियों की एक श्रृंखला तैयार करके अंतत: 85,000 सेमीकंडक्टर इंजीनियरों को तैयार किया जाना है।”
6 लाख गांवों तक ऑप्टिकल फाइबर पहुंचाएंगे
संचार राज्य मंत्री देवुसिंह चौहान ने कहा, केंद्र सरकार ने सभी 6 लाख गांवों में ऑप्टिकल फाइबर पहुंचाने की महत्वाकांक्षी योजना बनाई है। हम 2.6 लाख गांवों तक पहुंच चुके हैं और दूरसंचार विभाग 2025 तक लक्ष्य हासिल करने की योजना बना रहा है।
भारतीय 4जी स्टैक का परीक्षण अंतिम चरण में
डीसीसी के अध्यक्ष और दूरसंचार विभाग के सचिव के. राजारमन ने कहा, पूरी तरह से भारत में डिजाइन किए गए, भारतीय 4जी स्टैक का परीक्षण अंतिम चरण में है और हमें उम्मीद है कि कुछ महीनों में यह पूरा हो जाएगा।