राज्य सरकार ने वादा निभाया, 15 वर्ष से लम्बित मांग स्वीकार की
जयपुर, 21 जून (मुखपत्र)। राज्य सरकार ने अहम फैसला लेते हुए भरतपुर केंद्रीय सहकारी बैंक कर्मियों को 13वें वेतन का तोहफा दिया है। बैंक कर्मियों की यह मांग कई वर्षों से लम्बित थी।
सहकारिता मंत्री उदयलाल आंजना ने बताया कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कर्मचारियों के हित में यह कदम उठाया है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की कर्मचारियों के प्रति संवेदनशीलता के चलते ही भरतपुर सीसीबी कर्मियों को वर्षों से लंबित13वें वेतन समझौते का लाभ मिल पाया है। उन्होंने बताया है कि सरकार के स्तर पर 13वें वेतन समझौते का अनुमोदन हो चुका है।
ऑल राजस्थान बैंक एम्प्लाइज यूनियन के प्रदेश महासचिव सूरजभान सिंह आमेरा ने 13वां वेतन समझौता लागू करने के लिए सहकारिता मंत्री एवं सहकारिता विभाग का आभार व्यक्त करते हुए अपेक्षा की है कि सरकार को 14वां वेतन समझौता भी अविलम्ब लागू करना चाहिए।
1 जनवरी 2004 को ड्यू हुआ था वेतन समझौता
ऑल राजस्थान को-ऑपरेटिव बैंक एम्प्लाइज यूनियन, यूनिट भरतपुर के अध्यक्ष विकास जैन ने बताया कि 13वां वेतन समझौता 1 जनवरी 2004 एवं 14वां वेतन समझौता 1 जनवरी 2009 को ड्यू हुआ था। अपेक्स बैंक सहित प्रदेश के अधिकांश केंद्रीय सहकारी बैंकों में बैंकों में 14वें वेतन समझौते का लाभ भी मिल चुका है।
भरतपुर सीसीबी के कार्मिक लम्बे समय से 13वां एवं 14वां वेतन समझौता लागू करने की मांग रहे थे। राज्य सरकार ने साढ़े 15 वर्ष की देरी से आज 13वें वेतन समझौते को मंजूरी दी है, जिसके लिए हम सरकार का आभार व्यक्त करते हैं, साथ ही सरकार से मांग करते हैं कि 14वां वेतन समझौता अविलम्ब लागू किया जाये और 15वां वेतन समझौता, बाकी बैंकों के साथ भरतपुर सीसीबी में भी लागू किया जाये।
मार्च में हुआ था आंदोलन
13वें एवं 14वें वेतन समझौते की मांग को लेकर ऑल राजस्थान को-ऑपरेटिव बैंक एम्प्लाइज यूनियन के बैनर तले भरतपुर सीसीबी कर्मचारियों ने इस साल 4 मार्च से अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू कर दी थी। इससे भरतपुर व धौलपुर जिलों में ऋण माफी योजना का काम ठप हो गया था। यह हड़ताल बैंक प्रबंधन द्वारा वेतन समझौता शीघ्र लागू करने के आश्वासन पर 8 मार्च को स्थगित की गयी थी। बैंक में वर्तमान में मात्र 35 अधिकारी-कर्मचारी कार्यरत हैं जबकि भरतपुर बैंक का कार्यक्षेत्र भरतपुर व धौलपुर जिला है।
मुखपत्र और सहकार गौरव का आभार
यूनियन के अध्यक्ष विकास जैन ने कर्मचारियों की मांग राज्य सरकार तक पहुंचाने और आंदोलन की कवरेज के लिए न्यूज वेबपोर्टल ‘मुखपत्र’ और समाचार पत्र ‘सहकार गौरव’ का आभार व्यक्त किया है। जैन ने कहा कि ‘मुखपत्र’ और ‘सहकार गौरव’ ने हमारे आंदोलन की सकारात्मक करवेज कर, कर्मचारियों की मांग और भावनाओं को सही रूप में सरकार एवं बैंक प्रबंधन तक पहुंचाया।