सहकार गौरव
जयपुर । राजस्थान सरकार को सहकारी बैंकोंं किसानों का अल्पकालीन फसली ऋण माफ करने के लिए ही 9361 करोड़ रुपये से अधिक राशि की जरूरत पड़ेगी। अपैक्स बैंक द्वारा प्रदेश के 29 केंद्रीय सहकारी बैंकों से संकलित सूचना के अनुसार, 30 नवम्बर 2018 तक राज्य में 24 लाख 23 हजार से अधिक किसानों की ओर ने अलकालीन फसली ऋण पेटे 9361 करोड़ 12 लाख 78 हजार रुपये की राशि का बकाया है। सहकारी भूमि विकास बैंकों द्वारा वितरित की गयी अल्पकालीन फसली ऋण राशि इससे अतिरिक्त है, जो कि 40 से 50 करोड़ के बीच होने का अनुमान है।
इसमें से 50 हजार रुपये तक बकाया आउटस्टैंडिंग वाले किसानों की संख्या 1834758 है और उनकी ओर बकाया राशि 4730 करोड़ 93 लाख 34 हजार रुपये है। 50001 से एक लाख रुपये तक बकाया आउटस्टेंडिंग वाले किसानों की संख्या 437839 है और उनकी ओर बकाया राशि 2745 करोड़ 36 लाख 36 हजार रुपये है। इसी प्रकार एक लाख से अधिक और डेढ़ लाख रुपये तक बकाया आउटस्टेंडिंग वाले किसानों की संख्या 135246 है और इनकी ओर बकाया राशि 1521 करोड़ 12 लाख 10 हजार रुपये है। इनके अलावा डेढ़ लाख रुपये से अधिक आउटस्टेंडिंग वाले 15762 किसानों की ओर 333 करोड़ 70 लाख 98 हजार रुपये का ऋण बकाया है। बाड़मेर, चित्तौडग़ढ़, जयपुर, सीकर, श्रीगंगानगर, झालावाड़, जोधपुर, कोटा और नागौर, इन 9 बैंकों का ही किसानों की ओर 4471 करोड़ रुपये से अधिक का ऋण बकाया है, जो कि कुल बकाया ऋण का लगभग 48 प्रतिशत है।
